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योगी सरकार का गन्ना किसानों के लिए दिवाली उपहार: मूल्य में वृद्धि

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने गन्ना किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है, जिसमें गन्ने के मूल्य में 30 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की गई है। यह निर्णय किसानों के लिए दिवाली के उपहार के रूप में देखा जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि अगैती प्रजाति के गन्ने का मूल्य अब 400 रुपये प्रति क्विंटल होगा। इस वृद्धि से किसानों को 3,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त लाभ होगा। पिछले साढ़े आठ वर्षों में गन्ना किसानों को रिकॉर्ड भुगतान किया गया है, जो पिछले सरकारों की तुलना में काफी अधिक है।
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योगी सरकार का गन्ना किसानों के लिए दिवाली उपहार: मूल्य में वृद्धि

गन्ना मूल्य में वृद्धि का ऐलान

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने गन्ना किसानों को दिवाली के बाद एक महत्वपूर्ण उपहार दिया है। गन्ने के मूल्य में 30 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है।


मुख्यमंत्री योगी के अनुसार, अब अगैती प्रजाति के गन्ने का मूल्य 400 रुपये प्रति क्विंटल होगा, जबकि सामान्य प्रजाति के लिए यह दर 390 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित की गई है। सरकार ने बताया कि यह वृद्धि पेराई सत्र 2025-26 के लिए लागू की गई है।


इस निर्णय से किसानों के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई है। सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि गन्ना मूल्य में वृद्धि से किसानों को 3,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भुगतान होगा।


योगी सरकार ने 2017 से अब तक गन्ना मूल्य में चार बार वृद्धि की है। पिछले साढ़े आठ वर्षों में गन्ना किसानों को 2,90,225 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड भुगतान किया गया है, जबकि 2007 से 2017 के बीच केवल 1,47,346 करोड़ रुपये का भुगतान हुआ था।


योगी सरकार के कार्यकाल में पिछले सरकारों की तुलना में 1,42,879 करोड़ रुपये अधिक भुगतान किया गया है। वर्तमान में प्रदेश में 122 चीनी मिलें कार्यरत हैं, जो देश में दूसरे स्थान पर हैं। पूर्ववर्ती सरकारों ने चीनी उद्योग को भारी नुकसान पहुंचाया था, जिसमें 21 मिलें औने-पौने दामों पर बेची गईं। योगी सरकार के पारदर्शी प्रबंधन के कारण उद्योग में 12,000 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है।


आठ वर्षों में चार नई चीनी मिलें स्थापित की गईं, छह बंद मिलें फिर से चालू की गईं, और 42 मिलों में क्षमता का विस्तार किया गया। इसके अलावा, दो मिलों में सीबीजी संयंत्र भी स्थापित किए गए हैं।


‘स्मार्ट गन्ना किसान’ प्रणाली के तहत गन्ना पर्ची की प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन हो गई है, जिससे बिचौलियों का प्रभाव समाप्त हो गया है। गन्ना मूल्य का भुगतान सीधे डीबीटी के माध्यम से किसानों के बैंक खातों में किया जा रहा है।


भारत सरकार ने इस सेंट्रलाइज्ड वेब-बेस्ड ‘स्मार्ट गन्ना किसान’ प्रणाली को ‘मॉडल सिस्टम’ के रूप में मान्यता दी है। उत्तर प्रदेश एथेनॉल उत्पादन में देश में पहले स्थान पर है, जिसमें उत्पादन 41 करोड़ लीटर से बढ़कर 182 करोड़ लीटर हो गया है। गन्ना क्षेत्रफल में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जो 20 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 29.51 लाख हेक्टेयर हो गया है।