Newzfatafatlogo

राजस्थान में जलभराव की समस्या का समाधान: नई सड़क निर्माण नीति

राजस्थान में जलभराव और ऊंची सड़कों की समस्या को हल करने के लिए सरकार ने एक नई सड़क निर्माण नीति लागू की है। इस नीति के तहत, पुरानी सड़क की परत हटाए बिना नई परत नहीं डाली जाएगी, जिससे मकानों की नींव सड़क से ऊंची नहीं होगी। 'मिल एंड फिल' तकनीक का उपयोग करके सड़कों की मरम्मत की जाएगी, जिससे पर्यावरण को भी लाभ होगा। यह निर्णय विशेष रूप से पुराने मोहल्लों के निवासियों के लिए फायदेमंद साबित होगा।
 | 

जलभराव और ऊंची सड़कों की समस्या का समाधान

राजस्थान के शहरी क्षेत्रों में जलभराव और ऊंची सड़कों की समस्या का समाधान जल्द ही किया जाएगा। सरकार ने नागरिकों की लंबे समय से चली आ रही शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। अब शहरों की सड़कों पर बिना उचित योजना के नई परतें नहीं डाली जाएंगी, जिससे मकानों की नींव सड़क से ऊंची नहीं होगी।


स्वायत्त शासन विभाग ने हाल ही में निर्देश जारी किए हैं कि नगर निकाय क्षेत्रों में पुरानी सड़क की परत हटाए बिना उस पर सीधे डामर या कंक्रीट नहीं डाला जाएगा। यह निर्णय नगरीय विकास विभाग की पूर्व में लागू नीति को आगे बढ़ाते हुए लिया गया है। इससे मकानों और सड़कों की ऊंचाई समान बनी रहेगी, जो बारिश के दौरान जलभराव का मुख्य कारण रहा है।


सड़कों की मरम्मत के लिए 'मिल एंड फिल' तकनीक का उपयोग किया जाएगा, जिसमें पुरानी सतह को मशीन से हटाकर उसी सामग्री का पुनः उपयोग किया जाएगा। यह तकनीक न केवल पर्यावरण के लिए लाभकारी है, बल्कि सरकारी खर्च में भी कमी लाएगी।


पुराने मोहल्लों में रहने वाले लोग, जो 20-30 साल पहले विकसित कॉलोनियों में रहते हैं, अक्सर नई सड़कों के निर्माण से परेशान होते थे, क्योंकि इससे उनके घर नीचले स्तर पर चले जाते थे। सरकार की नई नीति से इन क्षेत्रों के लाखों निवासियों को सीधा लाभ होगा।