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रेवाड़ी के ऐतिहासिक गेटों का सौंदर्यकरण: केंद्रीय मंत्री का निर्देश

केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने रेवाड़ी शहर के ऐतिहासिक गेटों के सौंदर्यकरण के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। उन्होंने बैठक में विकास योजनाओं की समीक्षा करते हुए स्वच्छता और सुखद वातावरण के महत्व पर जोर दिया। मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे रेवाड़ी के चार ऐतिहासिक गेटों का सुधार करें ताकि शहर की धरोहर को संरक्षित किया जा सके। इस बैठक में कई विधायक भी शामिल हुए, जिन्होंने विकास कार्यों की प्रगति पर चर्चा की।
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रेवाड़ी के ऐतिहासिक गेटों का सौंदर्यकरण: केंद्रीय मंत्री का निर्देश

रेवाड़ी शहर की धरोहरों का संरक्षण

रेवाड़ी: केंद्रीय सांख्यिकी, कार्यक्रम कार्यान्वयन एवं योजना राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने सुझाव दिया है कि रेवाड़ी के शहरी क्षेत्र की ऐतिहासिक धरोहरों को सुरक्षित रखते हुए उनके सुधार पर ध्यान केंद्रित किया जाए। उन्होंने कहा कि जैसे सोलाराही और बड़ा तालाब का नवीनीकरण किया गया है, उसी तरह रेवाड़ी के चारों ऐतिहासिक गेटों का भी सुधार किया जाना चाहिए।


बैठक में विकास योजनाओं की समीक्षा

सोमवार को लघु सचिवालय सभागार में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक में राव इंद्रजीत सिंह ने विकास योजनाओं की समीक्षा की। इस बैठक में रेवाड़ी के विधायक लक्ष्मण सिंह यादव, बावल के विधायक डा. कृष्ण कुमार और कोसली के विधायक अनिल यादव भी उपस्थित थे। बैठक के दौरान, डीसी अभिषेक मीणा ने सभी गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया।


स्वच्छता और सुखद वातावरण का महत्व

केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि स्वच्छता और सुखद वातावरण बनाने में हर नागरिक का योगदान आवश्यक है। इसके लिए सरकार विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से लोगों को जागरूक कर रही है। उन्होंने कहा कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सभी सरकारी कार्यालयों में स्वच्छता बनाए रखने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा।


ऐतिहासिक गेटों का सौंदर्यकरण

राव इंद्रजीत सिंह ने शहरी निकाय अधिकारियों को निर्देश दिया कि रेवाड़ी के चार ऐतिहासिक गेट—भाड़ावास गेट, गोकल गेट, कानोड़ गेट और दिल्ली गेट—का सुधार किया जाए। उन्होंने कहा कि इन धरोहरों का सौंदर्यकरण किया जाना चाहिए ताकि रेवाड़ी शहर को देखने आने वाले लोग इसे सुंदर और आकर्षक पाएँ।


विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा

बैठक में, राव इंद्रजीत सिंह ने विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा की, जिसमें पीएम आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, और अन्य योजनाएँ शामिल थीं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने लक्ष्यों को निर्धारित करें और जनसेवा में सक्रिय रूप से भाग लें।