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लाडो लक्ष्मी योजना: सास-बहू के रिश्तों में आई नई हलचल

हरियाणा की लाडो लक्ष्मी योजना ने पात्र महिलाओं में उत्साह का संचार किया है और सास-बहू के रिश्तों में नई हलचल पैदा की है। इस योजना के तहत 2100 रुपये की सहायता प्राप्त करने के लिए महिलाओं को अपने सास-ससुर के दस्तावेजों की आवश्यकता होती है। कई महिलाएं अब घर के बड़े सदस्यों को मनाने में जुट गई हैं। जानें इस योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज और अधिकारियों द्वारा दिए गए निर्देशों के बारे में।
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लाडो लक्ष्मी योजना: सास-बहू के रिश्तों में आई नई हलचल

लाडो लक्ष्मी योजना का प्रभाव

कैथल (लाडो लक्ष्मी योजना दस्तावेज)। सरकार की लाडो लक्ष्मी योजना ने पात्र महिलाओं में उत्साह का संचार किया है, साथ ही सास-बहू के रिश्तों में भी नई ऊर्जा भर दी है। इस योजना का लाभ उठाने के लिए जिन महिलाओं को अपने सास-ससुर के दस्तावेजों और सहमति की आवश्यकता है, वे अब रिश्तों में सुधार लाने की कोशिश कर रही हैं। कई स्थानों पर, जो बहुएं वर्षों से नाराज थीं, अब वे घर के बड़े सदस्यों को मनाने में जुट गई हैं ताकि उन्हें योजना के तहत 2100 रुपये ‘लक्ष्मी’ के रूप में मिल सकें।


सास-बहू के रिश्तों में बदलाव

गांव क्योड़क की एक महिला ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि उसकी बहू पिछले दो-तीन साल से उनसे अलग रह रही थी। अब योजना का लाभ उठाने के लिए वह फिर से संपर्क में आई है। महिला ने मुस्कराते हुए कहा कि पहले तो सुख-दुख में पूछती भी नहीं थी, अब कहती है, मांजी, आपके दस्तखत चाहिए!


लाडो लक्ष्मी योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज

लाडो लक्ष्मी योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज़


1. वार्षिक आय एक लाख रुपये से कम होनी चाहिए।


2. आवेदिका के नाम पर चालू बैंक खाता होना आवश्यक है।


3. महिला की आयु 23 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए।


4. पति हरियाणा का निवासी हो और परिवार 15 वर्ष या अधिक समय से हरियाणा में रह रहा हो।


5. योजना का लाभ डीबीटी (डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर) के माध्यम से सीधे खाते में भेजा जाएगा।


अधिकारियों को दिए गए निर्देश

अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश


उपायुक्त प्रीति ने हाल ही में अधिकारियों की बैठक में निर्देश दिए कि कोई भी पात्र महिला योजना के लाभ से वंचित न रहे। उन्होंने कहा कि जिन महिलाओं ने अभी तक आवेदन नहीं किया है, उनसे घर-घर जाकर संपर्क किया जाए और मोबाइल एप के माध्यम से पंजीकरण करवाया जाए।


पात्र महिलाओं का सत्यापन कार्य तेजी से पूरा किया जाए। इसके लिए गांव-गांव में विशेष शिविर लगाने के निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों को पंजीकरण की संख्या बढ़ाने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए कहा गया है।