सर्बानंद सोनोवाल: असम के मुख्यमंत्री की प्रेरणादायक यात्रा

सर्बानंद सोनोवाल का जीवन परिचय
सर्बानंद सोनोवाल का परिचय: असम की खूबसूरत घाटियों से लेकर देश की संसद तक का सफर तय करने वाले सर्बानंद सोनोवाल एक प्रमुख राजनीतिज्ञ हैं। उन्हें तेज गति और सफेद रंग से विशेष प्रेम है। सोनोवाल, जो एक कुशल छात्र नेता रहे हैं, ने कई चुनौतियों का सामना करते हुए मुख्यमंत्री बनने का गौरव प्राप्त किया। उनकी राजनीतिक यात्रा छात्र राजनीति से शुरू होकर तीन बार मंत्री बनने तक फैली हुई है।
सर्बानंद सोनोवाल की राजनीतिक यात्रा
एक सक्रिय छात्र नेता के रूप में, सोनोवाल ने असम गण परिषद (AGP) में कदम रखा और बाद में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए। उन्हें पूर्वोत्तर में भाजपा को मजबूत करने वाले नेता के रूप में जाना जाता है। मोदी के करीबी सहयोगी के रूप में, सोनोवाल ने 2016 में असम में भाजपा की पहली जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनका राजनीतिक करियर अखिल असम छात्र संघ (AASU) से शुरू हुआ, जहां वे 1992 से 1999 तक अध्यक्ष रहे।
सर्बानंद सोनोवाल का चुनावी सफर
2001 में, सोनोवाल ने असम गण परिषद में शामिल होकर ऊपरी असम के मोरन निर्वाचन क्षेत्र से विधायक के रूप में चुनाव जीता। 2004 में, उन्होंने कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री पबन सिंह घाटोवार को हराकर डिब्रूगढ़ संसदीय सीट पर जीत हासिल की। 2011 में, उन्होंने AGP छोड़कर भाजपा में शामिल होने का निर्णय लिया और 2012 में भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष बने।
सर्बानंद सोनोवाल की पहचान
‘बराक-ब्रह्मपुत्र-मैदान-पहाड़ियां’
सोनोवाल को एक ईमानदार नेता माना जाता है, जिन्होंने राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को आगे बढ़ाया। उन्होंने अपने नारे ‘बराक-ब्रह्मपुत्र-मैदान-पहाड़ियां’ के माध्यम से स्थानीय समुदायों को एकजुट किया। वर्तमान में, वे केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री हैं और डिब्रूगढ़ सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं।
सर्बानंद सोनोवाल का व्यक्तिगत जीवन
पूरा नाम: सर्बानंद सोनोवाल
जन्म तिथि: 31 अक्टूबर 1961 (आयु 63)
जन्म स्थान: मोलोकगांव, जिला- डिब्रूगढ़ (असम)
दल का नाम: भारतीय जनता पार्टी
शैक्षणिक योग्यता: डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय से बी.सी.जे. और गौहाटी विश्वविद्यालय से एल.एल.बी.
पिता का नाम: स्वर्गीय जिबेश्वर सोनोवाल
मां का नाम: स्वर्गीय दिनेश्वरी सोनोवाल
रोचक तथ्य
सर्बानंद सोनोवाल ने कॉलेज के दिनों में मिस्टर डिब्रूगढ़ स्ट्रांग मैन का खिताब जीता था। उन्हें तेज रफ्तार कारों और बाइकों का शौक है। वे असम के पहले भाजपा नेता हैं जिन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनका पसंदीदा रंग सफेद है, और उन्होंने अपने घर की दीवारों को इसी रंग से रंगवाया है।