हरिद्वार-देहरादून रेल मार्ग पर मलबा गिरने से यातायात प्रभावित

मलबा गिरने से ट्रेनों का आवागमन बाधित
हरिद्वार-देहरादून रेल मार्ग बाधित
देहरादून में भारी बारिश और बादल फटने के कारण पहाड़ों से मलबा गिरने की घटनाएं बढ़ गई हैं। सोमवार सुबह, मलबा और चट्टानें गिरने से हरिद्वार-देहरादून रेल मार्ग प्रभावित हुआ। इस घटना के कारण कई ट्रेनों का आवागमन बाधित हुआ। हालांकि, राहत की बात यह रही कि जिस समय मलबा गिरा, उस समय कोई ट्रेन वहां से नहीं गुजर रही थी, जिससे बड़ा हादसा टल गया। रेलवे प्रशासन ने तुरंत नजदीकी स्टेशनों पर सूचना भेजकर ट्रेनों को रोक दिया।
उत्तर भारत में बाढ़ की स्थिति
इस वर्ष मानसून के दौरान उत्तर भारत में बारिश की मात्रा बढ़ गई है, जिससे पहाड़ों में बादल फटने की घटनाएं भी बढ़ी हैं। इसके परिणामस्वरूप, मैदानी क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में बाढ़ ने तबाही मचाई है। पंजाब के सभी जिले बाढ़ से प्रभावित हैं, जबकि हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कई जिले यमुना के जलस्तर में वृद्धि के कारण बाढ़ग्रस्त हैं।
उत्तर प्रदेश में नदियों के उफान से आगरा, मथुरा, अलीगढ़, शाहजहांपुर, पीलीभीत, कानपुर देहात, इटावा, औरैया, फरुखाबाद, कन्नौज जैसे जिलों में बाढ़ का संकट गहरा गया है। सैकड़ों गांव जलमग्न हो गए हैं और शहरों की कालोनियों में भी पानी भर गया है। लाखों लोग प्रभावित हुए हैं और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत कार्य में जुटी हैं।
पंजाब में बाढ़ का सबसे गंभीर प्रभाव
इस बार बाढ़ के कारण पंजाब में सबसे अधिक नुकसान हुआ है, जहां लगभग चार लाख लोग प्रभावित हुए हैं। अब तक 48 लोगों की मौत की सूचना है और लगभग 1,75,000 हेक्टेयर फसलें बर्बाद हो चुकी हैं। हजारों एकड़ भूमि और सैकड़ों घर भी बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान आज अस्पताल से कैबिनेट की बैठक लेकर बाढ़ की स्थिति का जायजा लेंगे।