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हरियाणा के चार गांवों को मिली नई पहचान, 12 वर्षीय छात्रा की पहल से हुआ बदलाव

हरियाणा सरकार ने चार गांवों के नाम बदलकर उन्हें नई और सम्मानजनक पहचान दी है। यह बदलाव एक 12 वर्षीय छात्रा हरप्रीत कौर की पहल का परिणाम है, जिसने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर गांव के असहज नाम की समस्या को उठाया था। अब ग्रामीण गर्व के साथ अपने नए नामों का परिचय दे सकेंगे। यह कदम न केवल सामाजिक सम्मान को बढ़ाता है, बल्कि यह दर्शाता है कि एक छोटी सी आवाज भी बड़े बदलाव की शुरुआत कर सकती है।
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हरियाणा के चार गांवों को मिली नई पहचान, 12 वर्षीय छात्रा की पहल से हुआ बदलाव

हरियाणा में गांवों के नामों में बदलाव

हरियाणा समाचार: चार गांवों को मिली नई पहचान: 12 वर्षीय छात्रा के पत्र ने बदल दी गांवों की तस्वीर: हरियाणा सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए चार गांवों के नाम बदलकर उन्हें नई और सम्मानजनक पहचान प्रदान की है। पहले के नामों के कारण निवासियों को अपनी पहचान बताने में शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता था,


लेकिन अब यह परिवर्तन ग्रामीणों में गर्व का अनुभव पैदा करेगा। सोनीपत जिले के धनाना अलादादपुर का नाम अब शिवनगरी और मोहम्दाबाद का नाम प्रेमसुख नगर रखा गया है। इसी प्रकार, यमुनानगर के बिलासपुर को व्यासपुर और भिवानी के दुर्जनपुर को सज्जनपुर के नाम से जाना जाएगा। इस पहल ने न केवल ग्रामीणों की भावनाओं का सम्मान किया है, बल्कि यह सामाजिक और सांस्कृतिक बदलाव का भी एक बड़ा संकेत है। हरियाणा समाचार


यह परिवर्तन 12 वर्षीय छात्रा हरप्रीत कौर की पहल का परिणाम है, जिसने 2015 में फतेहाबाद के अपने गांव के असहज नाम को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था।


उसने बताया कि गांव का नाम बताने में उसे और अन्य निवासियों को शर्मिंदगी होती थी। इस पत्र ने सरकार का ध्यान इस मुद्दे की ओर आकर्षित किया, और तभी से हरियाणा में अपमानजनक या असहज नाम वाले गांवों के नाम बदलने की प्रक्रिया शुरू हुई। अब सरकार ने इन चार गांवों के लिए आधिकारिक अधिसूचना जारी कर दी है, जिसके बाद सभी दस्तावेजों में ये गांव अपने नए नामों से दर्ज होंगे।


यह कदम ग्रामीणों के लिए एक भावनात्मक और सामाजिक जीत है। नए नाम न केवल गांवों की सकारात्मक छवि बनाएंगे, बल्कि वहां रहने वाले लोगों के आत्मविश्वास को भी बढ़ाएंगे।


विशेष रूप से युवा पीढ़ी, जो अपने गांव के नाम के कारण बाहर असहज महसूस करती थी, अब गर्व के साथ अपनी जड़ों का परिचय दे सकेगी। हरियाणा सरकार की यह पहल अन्य राज्यों के लिए भी प्रेरणा बन सकती है, जहां समान समस्याओं का सामना कर रहे गांवों के नाम बदले जा सकते हैं। यह बदलाव न केवल सामाजिक सम्मान को बढ़ाता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि एक छोटी सी आवाज भी बड़े बदलाव की शुरुआत कर सकती है।