हरियाणा के मुख्यमंत्री ने जीएसटी सुधारों को आत्मनिर्भर भारत की दिशा में मील का पत्थर बताया
मुख्यमंत्री का संबोधन
-आत्मनिर्भर भारत की दिशा में जी.एस.टी. सुधार मील का पत्थर साबित होंगे
-डिजिटल इंडिया से भ्रष्टाचार पर लगा अंकुश, पारदर्शिता को मिला नया आयाम – मुख्यमंत्री
-जीएसटी सुधारों से साबित हुआ प्रधानमंत्री की गारंटी हमेशा पूरी होती है – नायब सिंह सैनी
-‘विकसित भारत-2047’ के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हरियाणा-बिहार को मिलकर करना होगा काम – मुख्यमंत्री
चंडीगढ (चन्द्र शेखर धरणी): हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि भारत की प्रगति की गति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दूरदर्शी नेतृत्व और केंद्र सरकार की आर्थिक नीतियों का बड़ा योगदान है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जी.एस.टी. लागू किया गया, जिससे भारत एक एकीकृत बाजार में परिवर्तित हो गया है। जी.एस.टी. सुधारों ने न केवल अर्थव्यवस्था को गति दी है, बल्कि राज्यों के बीच व्यापार को भी सरल बनाया है। हाल के सुधार इस बात का प्रमाण हैं कि प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी हमेशा पूरी होती है। ये सुधार आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण साबित होंगे।
मुख्यमंत्री ने बुधवार को पटना में बिहार चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित कार्यक्रम में यह बात कही।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के ‘स्वदेशी’ और ‘मेक इन इंडिया फॉर द वर्ल्ड’ के आह्वान ने विनिर्माण क्षेत्र को नई दिशा दी है। हाल ही में जापान यात्रा के दौरान प्रस्तुत किया गया विजन आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने में सहायक होगा।
डिजिटल इंडिया अभियान के अंतर्गत यूपीआई से लेकर डीबीटी तक डिजिटल लेन-देन की क्रांति ने पारदर्शिता को बढ़ावा दिया है और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया है। आज भारत का डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर पूरी दुनिया के लिए एक उदाहरण बन चुका है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत ने विनिर्माण और उत्पादन पर बल देकर आयात पर निर्भरता घटाई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में सड़क, रेल, हवाई अड्डों और बंदरगाहों के निर्माण में अभूतपूर्व निवेश हुआ है। ये सुविधाएं उद्योगपतियों के लिए व्यापार और लॉजिस्टिक्स की लागत को कम कर रही हैं। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के लिए अनावश्यक कानूनों को खत्म करने और प्रक्रियाओं को सरल बनाने के लिए लगातार प्रयास किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमें ‘विकसित भारत-2047’ का लक्ष्य दिया है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हरियाणा और बिहार को मिलकर काम करना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार की मिट्टी की महक और हरियाणा की उद्यमशीलता की भावना का संगम देखने को मिल रहा है। यह संगम हमारे देश की प्रगति और ‘विकसित भारत’ के संकल्प का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि बिहार में डबल इंजन की सरकार के कारण यह प्रदेश तेजी से बढ़ने वाले राज्यों में से एक बन गया है। बिहार की जीडीपी वृद्धि दर 14 प्रतिशत से अधिक है। अब बिहार की जीडीपी में औद्योगिक क्षेत्र का हिस्सा 23 प्रतिशत है, जो कृषि के हिस्से से अधिक है।
उन्होंने कहा कि राज्य में युवाओं को उद्योग की जरूरतों के अनुसार ट्रेनिंग के लिए भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर स्किल यूनिवर्सिटी का उद्घाटन किया गया है। यह युवाओं को उद्योग-आधारित पाठ्यक्रम प्रदान कर रही है। सरकार की ‘एक जिला-एक उद्योग’ योजना ने इस दिशा में क्रांति ला दी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में बुनियादी ढांचे को मजबूत किया गया है ताकि उद्योगों द्वारा तैयार किए गए उत्पादों को बाजार तक पहुँचाया जा सके। राज्य में निवेशकों का विश्वास जीतने के लिए नीतिगत सुधारों की एक श्रृंखला शुरू की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में चमड़ा और कपड़ा उद्योगों के प्रोत्साहन के लिए नई नीति बनाई गई है। इससे न केवल बिहार की अर्थव्यवस्था में गुणात्मक सुधार होगा, बल्कि युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर भी मिलेंगे। इस अवसर पर बिहार चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा मुख्यमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया गया।
