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हरियाणा में इज़राइल के साथ तकनीकी सहयोग से विकास की नई दिशा

हरियाणा राज्य ने इज़राइल के साथ मिलकर विकास की नई दिशा में कदम बढ़ाने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और इज़राइली राजदूत रेवेन अजार के बीच हुई बैठक में आधुनिक तकनीकों के उपयोग पर चर्चा की गई। इस सहयोग का उद्देश्य हरियाणा के नागरिकों के जीवन स्तर को सुधारना, रोजगार के अवसर बढ़ाना और नवाचार को बढ़ावा देना है। इसके तहत 'उत्कृष्टता केंद्र' की स्थापना और स्वास्थ्य क्षेत्र में नर्सों की भर्ती जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान दिया जा रहा है। यह हरियाणा की युवा पीढ़ी के लिए एक सुनहरा अवसर हो सकता है।
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हरियाणा में इज़राइल के साथ तकनीकी सहयोग से विकास की नई दिशा

हरियाणा का विकास: नई तकनीकों का समावेश

हरियाणा राज्य अपने विकास के लिए एक नई दिशा में कदम बढ़ाने जा रहा है। हाल ही में, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और इज़राइल के राजदूत रेवेन अजार के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें दोनों ने मिलकर कई प्रमुख क्षेत्रों में आधुनिक तकनीकों के उपयोग पर सहमति जताई। यह सहयोग हरियाणा के निवासियों के जीवन स्तर को सुधारने, रोजगार के अवसर बढ़ाने और नवाचार को प्रोत्साहित करने में सहायक हो सकता है।


मुख्यमंत्री सैनी और इज़राइली राजदूत ने चंडीगढ़ में संत कबीर कुटीर में एक सौहार्दपूर्ण मुलाकात की। इस दौरान, भविष्य के सहयोग के लिए एक रोडमैप पर चर्चा की गई। मुख्यमंत्री ने बताया कि इज़राइल के साथ साझेदारी अनुसंधान, स्वास्थ्य सेवा, कृषि प्रौद्योगिकी, उन्नत सिंचाई प्रणाली, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, और अपशिष्ट जल प्रबंधन जैसे क्षेत्रों पर केंद्रित होगी।


हरियाणा में 'उत्कृष्टता केंद्र' की स्थापना पर भी जोर दिया गया है, जो इज़राइल की विशेषज्ञता का लाभ उठाते हुए तकनीकी नवाचारों को स्थानीय आवश्यकताओं के अनुसार विकसित करेगा। इसके अलावा, हिसार में 'एकीकृत विमानन हब' के विकास और विदेशों में रोजगार के अवसरों पर भी चर्चा हुई।


हरियाणा सरकार के विदेश सहयोग विभाग की पहल के तहत, राज्य से 180 से अधिक युवा इज़राइल में रोजगार प्राप्त कर चुके हैं। यह दर्शाता है कि इज़राइल में कुशल श्रम की मांग है और हरियाणा सरकार अपने युवाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।


स्वास्थ्य क्षेत्र में भी इज़राइल के साथ सहयोग बढ़ रहा है, जहां 5,000 नर्सों की भर्ती की राष्ट्रीय मांग है। यह हरियाणा की युवा पीढ़ी, विशेषकर नर्सिंग में करियर बनाने वालों के लिए एक सुनहरा अवसर हो सकता है।