हरियाणा में ऑपरेशन शील्ड: 29 मई को होगा ब्लैकआउट और मॉक ड्रिल

हरियाणा में ऑपरेशन शील्ड: ब्लैकआउट और सुरक्षा अभ्यास
हरियाणा में ऑपरेशन शील्ड: ब्लैकआउट और युद्ध सायरन, तैयार रहें: हरियाणा के निवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण सूचना है! ऑपरेशन सिंदूर के तहत, 29 मई 2025 को राज्य में एक बार फिर से ब्लैकआउट होगा। इस दौरान, हरियाणा के 22 जिलों में विभिन्न स्थानों पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा। यह सब कुछ 'ऑपरेशन शील्ड' नामक एक बड़े सुरक्षा अभ्यास का हिस्सा है,
जिसका उद्देश्य राज्य की आपातकालीन तैयारियों को मजबूत करना और संकट के समय में प्रतिक्रिया क्षमता का परीक्षण करना है। क्या यह युद्ध की तैयारी है, या केवल एक अभ्यास? घबराने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन सतर्क रहना आवश्यक है! इस लेख में, हम आपको हरियाणा के इस अभ्यास, ब्लैकआउट, और इससे जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी को सरल और रोचक तरीके से प्रस्तुत करेंगे।
हरियाणा: ऑपरेशन शील्ड का बड़ा सुरक्षा अभ्यास
हरियाणा सरकार ने 29 मई 2025 को राज्य के सभी 22 जिलों में 'ऑपरेशन शील्ड' नाम से एक बड़ा सुरक्षा अभ्यास शुरू करने का निर्णय लिया है। यह अभ्यास शाम 5 बजे से प्रारंभ होगा और इसका उद्देश्य आपातकालीन तैयारियों का परीक्षण करना और राज्य की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना है।
इस दौरान हवाई हमले, ड्रोन हमले, और युद्ध जैसे हालात का अनुकरण किया जाएगा। यह अभ्यास न केवल प्रशासन और सुरक्षा बलों की तैयारी को परखने के लिए है, बल्कि आम जनता को भी संकट के समय सही प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए जागरूक करेगा। हरियाणा के लोग इस अनोखे अभ्यास का हिस्सा बनने के लिए तैयार रहें!
15 मिनट का ब्लैकआउट और युद्ध सायरन
इस सुरक्षा अभ्यास के तहत, 29 मई 2025 को रात 8 बजे से 8:15 बजे तक 15 मिनट का ब्लैकआउट होगा। इस दौरान, पूरे राज्य में बिजली की आपूर्ति बंद कर दी जाएगी, लेकिन अस्पताल, अग्निशामक केंद्र, और पुलिस स्टेशन जैसी आवश्यक सेवाएं इससे प्रभावित नहीं होंगी।
ब्लैकआउट के समय हवाई हमले और ड्रोन हमलों का जवाब देने के लिए एयर रेड सायरन बजाए जाएंगे। यह सायरन सुनते ही लोगों से अपील की गई है कि वे घबराएं नहीं और निर्धारित सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करें। यह अभ्यास युद्ध जैसे हालात में लोगों की सुरक्षा और जागरूकता को बढ़ाने का एक प्रभावी तरीका है।
संचार हॉटलाइन और भारतीय वायु सेना की भूमिका
ऑपरेशन शील्ड के दौरान, हरियाणा में भारतीय वायु सेना के सहयोग से बनाए गए नियंत्रण कक्ष की संचार हॉटलाइन का भी परीक्षण किया जाएगा। यह हॉटलाइन आपातकालीन स्थिति में तेज और प्रभावी संचार सुनिश्चित करेगी।
मॉक ड्रिल के माध्यम से प्रशासन यह जांचेगा कि संकट के समय सभी विभाग कितनी तेजी से और सही तरीके से प्रतिक्रिया कर सकते हैं। यह कदम न केवल सुरक्षा बलों की तैयारी को मजबूत करेगा, बल्कि लोगों में विश्वास भी जगाएगा। हरियाणा सरकार का यह प्रयास आपातकालीन तैयारियों को एक नए स्तर पर ले जाएगा।
लोगों के लिए जरूरी सलाह
हरियाणा सरकार और प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि 29 मई 2025 को होने वाले ब्लैकआउट और मॉक ड्रिल के दौरान घबराएं नहीं। एयर रेड सायरन सुनाई देने पर शांति बनाए रखें और सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करें। यह एक अभ्यास है, जिसका उद्देश्य युद्ध जैसे हालात में आपकी सुरक्षा को सुनिश्चित करना है।
अपने घर में टॉर्च, मोमबत्ती, या आपातकालीन लाइट तैयार रखें, ताकि ब्लैकआउट के दौरान कोई परेशानी न हो। बच्चों और बुजुर्गों को इस अभ्यास के बारे में पहले से समझा दें, ताकि वे डरें नहीं। यह अभ्यास हरियाणा के लोगों को संकट के समय सही कदम उठाने के लिए तैयार करेगा।
क्यों जरूरी है यह अभ्यास?
ऑपरेशन शील्ड और ब्लैकआउट जैसा अभ्यास हरियाणा के लिए इसलिए आवश्यक है, क्योंकि यह राज्य की आपातकालीन तैयारियों को परखता है। आज के समय में हवाई हमले, ड्रोन हमले, और अन्य संकटों से निपटने की क्षमता को मजबूत करना बेहद महत्वपूर्ण है।
यह मॉक ड्रिल न केवल सुरक्षा बलों को प्रशिक्षित करेगी, बल्कि आम लोगों में जागरूकता भी बढ़ाएगी। हरियाणा सरकार का यह कदम एक सुरक्षित और तैयार राज्य की दिशा में एक बड़ा प्रयास है। तो, 29 मई 2025 को इस अभ्यास का हिस्सा बनें और अपने राज्य की सुरक्षा में योगदान दें!