हरियाणा में खरीफ फसलों के लिए MSP में वृद्धि और त्वरित भुगतान की योजना

हरियाणा खरीफ MSP: किसानों के लिए नई पहल
हरियाणा खरीफ MSP: किसानों को 72 घंटे में मिलेगा भुगतान, जानें फसलों के लिए MSP में कितनी वृद्धि हुई है: हरियाणा सरकार ने किसानों के लिए राहत देने वाली नई योजना की शुरुआत की है। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री राजेश नागर ने बताया कि खरीफ सीजन 2025-26 की तैयारियों का कार्य शुरू हो चुका है। राज्य में किसानों की उपज को पारदर्शी तरीके से खरीदने के लिए व्यापक व्यवस्थाएं की जा रही हैं।
सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि किसानों की फसल का हर दाना खरीदा जाएगा, ताकि उन्हें उनकी मेहनत का उचित मूल्य मिल सके। इस योजना के तहत किसान मंडियों में अपनी उपज लेकर जाएंगे और सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बिक्री कर सकेंगे।
खरीद केंद्रों की स्थापना
राज्यभर में मंडियों में खरीद केंद्र स्थापित किए गए हैं: खरीफ फसलों की खरीद के लिए विभिन्न मंडियों में विशेष केंद्र बनाए गए हैं। धान (कॉमन) का न्यूनतम समर्थन मूल्य ₹2369 और ग्रेड A धान का ₹2389 प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। इसी प्रकार, बाजरा ₹2775, मक्का ₹2400, ज्वार (हाइब्रिड) ₹3699 और मालदांडी ₹3749 प्रति क्विंटल मिलेगा।
दालों की श्रेणी में अरहर का मूल्य ₹8000, मूंग ₹8768, उड़द ₹7800, मूंगफली ₹7263, सोयाबीन ₹5328, तिल ₹9846 और नाइजर सीड्स/काला तिल ₹9537 प्रति क्विंटल तय किया गया है। राज्यभर में धान के लिए 246, बाजरा के लिए 92, अरहर के लिए 22 और तिल जैसी फसलों के लिए भी अलग-अलग खरीद केंद्र खोले गए हैं।
किसानों को त्वरित भुगतान
72 घंटे में किसानों को मिलेगा भुगतान: राज्य मंत्री ने आश्वासन दिया कि किसानों को किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा। मंडियों में पहुंचने वाले किसानों की उपज की खरीद पूरी सुविधा के साथ की जाएगी। सरकार की योजना के अनुसार, फसल बिक्री के बाद 72 घंटे के भीतर किसानों को उनका पैसा डीबीटी (DBT किसान भुगतान) के माध्यम से सीधे उनके बैंक खातों में भेजा जाएगा।
सरकार की यह पहल (MSP procurement Haryana) किसानों के विश्वास को बढ़ाएगी और उन्हें पारदर्शी तरीके से उनकी उपज का मूल्य सुनिश्चित करेगी। किसान अब बिना किसी चिंता के अपनी फसल मंडी में बेच सकते हैं और त्वरित भुगतान प्राप्त कर सकते हैं।