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हरियाणा में जिला परिषद चेयरपर्सन को हटाया गया, फर्जी जाति प्रमाण पत्र का मामला

हरियाणा के पानीपत जिले में जिला परिषद की चेयरपर्सन काजल देशवाल को उनके पद से हटा दिया गया है। यह कार्रवाई फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आरोपों के बाद की गई है। मुख्यमंत्री ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दिए थे, जिसके परिणामस्वरूप यह निर्णय लिया गया। जांच में यह पुष्टि हुई कि काजल सामान्य वर्ग से संबंधित हैं। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और इसके पीछे की कहानी।
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हरियाणा में जिला परिषद चेयरपर्सन को हटाया गया, फर्जी जाति प्रमाण पत्र का मामला

हरियाणा में चेयरपर्सन का निलंबन

हरियाणा के पानीपत जिले में जिला परिषद की चेयरपर्सन काजल देशवाल को उनके पद से हटा दिया गया है। यह निर्णय पंचायत विभाग के निदेशक दुश्मंता कुमार बेहरा के आदेश पर लिया गया। पूर्व जिला परिषद सदस्य ज्योति शर्मा के पति प्रदीप कुमार ने इस मामले की शिकायत की थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि काजल ने चुनाव नामांकन के दौरान फर्जी जाति प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया।


जांच की प्रक्रिया

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पंचायत विभाग के निदेशक को जांच के आदेश दिए। इसके बाद, यह जांच उपायुक्त के माध्यम से अतिरिक्त उपायुक्त (ADC) को सौंप दी गई। जांच के दौरान काजल देशवाल के पैतृक गांव की पुष्टि उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले से की गई।


रिपोर्ट की पुष्टि

सहारनपुर जिला प्रशासन द्वारा भेजी गई रिपोर्ट में यह पुष्टि हुई कि काजल देशवाल सामान्य वर्ग से संबंधित हैं। रिपोर्ट में उनके पिता और भाई की स्कूल शिक्षा से संबंधित रिकॉर्ड की जांच की गई, जिसमें यह पाया गया कि वे हिंदू राजपूत समुदाय से हैं, जो अनुसूचित जाति या आरक्षित वर्ग में नहीं आते।