हरियाणा में फैमिली आईडी डेटा से खुलासा: हजारों लोगों की दो या तीन पत्नियां

हरियाणा में फैमिली आईडी डेटा का चौंकाने वाला खुलासा
हरियाणा फैमिली आईडी डेटा 2025: दो या तीन पत्नियों वाले हजारों लोग! हरियाणा में फैमिली आईडी डेटा 2025 (PPP Haryana data 2025) ने कुछ चौंकाने वाले आंकड़े पेश किए हैं। इस डेटा के अनुसार, राज्य में 2779 व्यक्तियों की दो या उससे अधिक पत्नियां हैं। यह जानकारी इन लोगों ने स्वयं अपने (family registration system) में दर्ज की है।
रिपोर्ट के अनुसार, 2761 व्यक्तियों ने दो पत्नियों की जानकारी दी है, जबकि 15 लोगों ने तीन पत्नियों का उल्लेख किया है। इसके अलावा, तीन ऐसे लोग भी हैं जिनकी तीन से अधिक पत्नियां दर्ज हैं। यह सभी आंकड़े (marriage data Haryana) आधिकारिक फैमिली आईडी के माध्यम से सामने आए हैं, जो राज्य की विभिन्न योजनाओं से संबंधित है।
नूंह जिले में सबसे अधिक मामले
जिलावार आंकड़ों के अनुसार, नूंह जिले से सबसे अधिक मामले सामने आए हैं, जहां 353 लोगों ने दो पत्नियों की जानकारी दी है। इसके बाद फरीदाबाद (267), करनाल (171), पानीपत (129), सिरसा (130), गुरुग्राम (157) और हिसार (152) जैसे जिलों में भी उच्च संख्या में मामले दर्ज किए गए हैं।
यह (district wise PPP) रिपोर्ट दर्शाती है कि कैसे राज्य की (citizen database India) प्रणाली अब परिवारों की संरचना की जानकारी इकट्ठा कर रही है। इसके तहत व्यक्तियों को अपनी पत्नी और बच्चों की जानकारी भी दर्ज करनी होती है, जिससे (government schemes Haryana) का लाभ सुनिश्चित किया जा सके।
सत्यापन प्रक्रिया और योजना से जुड़ी जानकारी
पीपीपी एक धर्मनिरपेक्ष पहचान प्रणाली है, जिसमें धर्म का कॉलम शामिल नहीं है। हालांकि, (caste verification Haryana) अनिवार्य है और इसका सत्यापन किया जाता है। अधिकारियों का कहना है कि पत्नी और बच्चों का सत्यापन नहीं किया जाता, बल्कि यह जानकारी व्यक्ति द्वारा स्वयं दी जाती है।
इस डेटा से एक सामाजिक प्रवृत्ति का भी पता चलता है। हालांकि यह जानकारी सरकारी लाभ की प्रक्रिया का हिस्सा है, लेकिन इसके माध्यम से हरियाणा की (family ID compulsory Haryana) सामाजिक संरचना की झलक भी मिलती है।