हरियाणा में बेरोजगारी और पलायन पर कुमारी सैलजा की चिंता
हरियाणा में युवाओं की स्थिति
सिरसा - कांग्रेस की महासचिव और पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा ने हरियाणा में बढ़ती बेरोजगारी और युवाओं के विदेश पलायन पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की सुस्ती और अधूरे कानूनों के कारण युवाओं का भविष्य अनिश्चितता में है। सरकारी विभागों में हजारों पद वर्षों से खाली हैं, लेकिन भर्ती प्रक्रियाएं या तो अधूरी रह जाती हैं या जानबूझकर टाल दी जाती हैं। हरियाणा का युवा मेहनती, ईमानदार और प्रतिभाशाली है, उसे अवसर दिए जाने चाहिए ताकि वह प्रदेश की तस्वीर बदल सके।
रविवार को मीडिया को दिए एक बयान में सांसद कुमारी सैलजा ने बताया कि लाखों शिक्षित युवा रोजगार की कमी के कारण विदेश जाने को मजबूर हैं। विशेषकर अमेरिका में डंकी रूट से गए युवाओं के साथ अमानवीय व्यवहार हो रहा है, उन्हें हिरासत में लेकर जंजीरों में बांध दिया जा रहा है और अपमानित कर वापस भेजा जा रहा है। यह न केवल हरियाणा के लिए शर्मनाक है, बल्कि युवाओं के सपनों और मेहनत का भी अपमान है। उन्होंने कहा कि हाल में सामने आए समाचारों से यह स्पष्ट है कि हरियाणा सरकार ने 2024 में लागू किए गए ट्रैवल एजेंट पंजीकरण कानून को अब तक प्रभावी नहीं किया है, जिससे फर्जी एजेंटों का जाल फैलता जा रहा है। ये एजेंट भोले-भाले युवाओं से लाखों रुपये लेकर उन्हें अवैध रास्तों से विदेश भेजते हैं।
कुमारी सैलजा ने सरकार से तुरंत कदम उठाने की अपील की। उन्होंने कहा कि सरकारी भर्ती प्रक्रियाओं को पारदर्शी और समयबद्ध बनाया जाना चाहिए, युवाओं के लिए स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन और कौशल प्रशिक्षण के अवसर बढ़ाए जाने चाहिए, और फर्जी एजेंटों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। इसके साथ ही, ग्राम पंचायतों और मीडिया के माध्यम से विदेश जाने के खतरों के बारे में जागरूकता फैलानी चाहिए। सांसद ने यह भी कहा कि हरियाणा का युवा 20-25 हजार रुपये मासिक वेतन पर संघर्ष कर रहा है, जबकि रोजगार न मिलने के कारण वही युवा 45 लाख रुपये तक खर्च कर डंकी रूट से विदेश जाने का जोखिम उठाता है। लेकिन वहां पहुंचकर वह अपमानित होता है, ठगा जाता है और अंत में खाली हाथ लौटता है।
