28 अगस्त 2025 का दैनिक राशिफल: जानें किन राशियों को रहना चाहिए सतर्क

दैनिक राशिफल
दैनिक राशिफल: 28 अगस्त 2025 को पंचांग के अनुसार, दिन की शुरुआत पंचमी तिथि से होगी, जो शाम 5:56 बजे तक रहेगी। इसके बाद षष्ठी तिथि का आगमन होगा। सुबह 8:43 बजे तक चित्रा नक्षत्र रहेगा, जो रचनात्मकता और सौंदर्य से जुड़ा है। इसके बाद स्वाती नक्षत्र आएगा, जो परिवर्तन और स्वतंत्रता का प्रतीक है। शुक्ल योग दोपहर 1:18 बजे तक रहेगा, जो शांति और सकारात्मक कार्यों के लिए अनुकूल है। इसके बाद ब्रह्म योग का आरंभ होगा, जो मानसिक और आध्यात्मिक कार्यों के लिए लाभकारी है। बालव करण शाम 5:56 बजे तक रहेगा, इसके बाद कौलव करण शुरू होगा, जो सामान्य कार्यों के लिए उपयुक्त है।
ग्रहों की स्थिति
ग्रहों की स्थिति के अनुसार, चंद्रमा तुला राशि में रहेगा, जिससे रिश्तों में संतुलन बना रहेगा। सूर्य और केतु सिंह राशि में होंगे, जो आत्मविश्वास के साथ-साथ कुछ डर भी पैदा कर सकते हैं। मंगल कन्या राशि में रहेगा, जबकि बुध और शुक्र कर्क राशि में रहेंगे, जो बेचैनी का कारण बन सकते हैं। गुरु मिथुन राशि में और शनि मीन राशि में रहेंगे। राहु कुंभ राशि में उपस्थित रहेगा। आइए जानते हैं कि यह दिन किन राशियों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है और इसे बेहतर बनाने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों को आज परिवार में छोटी-छोटी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। गलतफहमियां उत्पन्न हो सकती हैं और तनाव बढ़ सकता है। माता की सेहत को लेकर चिंता हो सकती है। मन बेचैन रह सकता है और भावनाएं अस्थिर हो सकती हैं, जिससे निर्णय लेने में कठिनाई हो सकती है। स्वाती नक्षत्र के प्रभाव से मन में उलझन बढ़ सकती है।
उपाय: सुबह या शाम को हनुमान चालीसा का पाठ 7 बार करें।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों का आत्मविश्वास आज थोड़ा कम हो सकता है। भाई-बहनों या दोस्तों के साथ बातचीत में गलतफहमियां हो सकती हैं। कार्य में निर्णय लेने में कठिनाई या देरी हो सकती है। चित्रा और स्वाती नक्षत्र का परिवर्तन आपके निर्णयों को और भी चुनौतीपूर्ण बना सकता है।
उपाय: सुबह सूर्य को तांबे के लोटे से जल अर्पित करें और 'ॐ सूर्याय नमः' का 11 बार जाप करें।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के लिए दिन मेहनत और गंभीरता से भरा हो सकता है। रिश्तों में तनाव उत्पन्न हो सकता है, विशेषकर साथी के साथ गलतफहमियां हो सकती हैं। भावनाएं स्थिर नहीं रहेंगी और कार्य का दबाव भी महसूस होगा। स्वाती नक्षत्र के प्रभाव से मन और भी अस्थिर हो सकता है।
उपाय: शनिदेव को सरसों का तेल अर्पित करें या किसी जरूरतमंद को काले तिल या सरसों का तेल दान करें।