7 जुलाई 2025 का पंचांग: वासुदेव द्वादशी का महत्व और शुभ मुहूर्त

7 जुलाई 2025 का पंचांग: जानें वासुदेव द्वादशी का महत्व
7 जुलाई 2025 का पंचांग: वासुदेव द्वादशी का शुभ समय, राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त: आज हम आपके लिए लाए हैं खास जानकारी जो आपके दिन को और भी खास बनाएगी! 7 जुलाई 2025 को आषाढ़ शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि है, जिसे वासुदेव द्वादशी के नाम से जाना जाता है। यह दिन धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। यदि आप कोई नया कार्य आरंभ करने की योजना बना रहे हैं या पूजा-पाठ की तैयारी कर रहे हैं, तो आज का पंचांग आपकी सभी योजनाओं को सही दिशा में ले जाएगा। आइए, जानते हैं कि आज का दिन आपके लिए क्या खास लेकर आया है।
वासुदेव द्वादशी का महत्व
आज आषाढ़ शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि रात 11:12:43 तक रहेगी, और इसे वासुदेव द्वादशी के रूप में मनाया जाएगा। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व है। अनुराधा नक्षत्र और शुभ योग आज के दिन को और भी शुभ बनाते हैं। सुबह 10:18:11 तक बव करण और उसके बाद बालव करण रहेगा। यह समय पूजा, हवन या नए कार्य आरंभ करने के लिए उत्तम माना जाता है। सूर्योदय सुबह 5:28:57 पर और सूर्यास्त शाम 7:22:40 पर होगा। चंद्रमा वृश्चिक राशि में विराजमान है, जो रात 9:50 बजे उदय होगा। आज वर्षा ऋतु का माहौल है, इसलिए मौसम का भी ध्यान रखें।
शुभ और अशुभ मुहूर्त
आज का पंचांग बताता है कि अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11:58:01 से 12:53:35 तक रहेगा। यह समय किसी भी शुभ कार्य जैसे विवाह, गृह प्रवेश या व्यापार आरंभ करने के लिए सबसे अच्छा है। लेकिन सावधान रहें! राहुकाल सुबह 7:13:09 से 8:57:22 तक रहेगा, जिसमें कोई भी महत्वपूर्ण कार्य करने से बचें। इसके अलावा, यमगण्ड 10:43:01 से 12:22:35 और गुलिक काल 3:54:01 से 5:38:35 तक रहेगा। आज पूर्व दिशा में दिशा शूल है, इसलिए इस दिशा में यात्रा से बचें। यदि यात्रा आवश्यक हो, तो पंचांग के अनुसार शुभ समय का चयन करें।
चंद्रबल, ताराबल और सावधानियां
आज का पंचांग यह भी बताता है कि वृष, कन्या, धनु, वृश्चिक और मकर राशि वालों को चंद्रबल प्राप्त है, जो उनके लिए दिन को अनुकूल बनाता है। वहीं, मेष, मिथुन, कर्क, कन्या, सिंह, तुला, कुम्भ और मीन राशि वालों को ताराबल का लाभ मिलेगा। आज शक संवत 1947 विश्वावसु, विक्रम संवत 2082 और काली संवत 5126 चल रहा है। यदि आप कोई धार्मिक अनुष्ठान या खरीदारी की योजना बना रहे हैं, तो अभिजीत मुहूर्त का लाभ उठाएं। साथ ही, राहुकाल और अशुभ मुहूर्त में सतर्क रहें, ताकि आपका कार्य बिना किसी रुकावट के पूरा हो। आपका दिन मंगलमय हो।