Shardiya Navratri 2025: दुर्गा कवच के लाभ और महत्व

Shardiya Navratri 2025: दुर्गा कवच का महत्व
Shardiya Navratri 2025: नवरात्रि के पावन अवसर पर मां दुर्गा की स्तुति और साधना का विशेष महत्व है. इसी कड़ी में दुर्गा कवच को सबसे शक्तिशाली स्तोत्र माना गया है. यह मार्कंडेय पुराण के दुर्गा सप्तशती का एक अहम हिस्सा है और इसका पाठ करने से साधक को आध्यात्मिक सुरक्षा कवच मिलता है.
'कवच' का अर्थ सुरक्षा ढाल है, और यही शक्ति दुर्गा कवच भक्तों को प्रदान करता है. श्रद्धा और नियमितता के साथ इसका पाठ करने से व्यक्ति को मां दुर्गा का आशीर्वाद मिलता है, जिससे जीवन में सुख-समृद्धि, उत्तम स्वास्थ्य, मानसिक शांति और हर तरह की सुरक्षा प्राप्त होती है.
दुर्गा कवच के लाभ
दुर्गा कवच बेहद लाभकारी
ज्योतिषीय दृष्टि से भी दुर्गा कवच बेहद लाभकारी माना गया है. शनि, राहु और केतु जैसे पाप ग्रह अक्सर जीवन में कठिनाइयां और बाधाएं खड़ी करते हैं. माना जाता है कि दुर्गा कवच का नियमित पाठ इन ग्रहों के दुष्प्रभाव को काफी हद तक कम कर देता है. इतना ही नहीं, यह सर्प दोष, मांगलिक दोष और गृह से जुड़े अन्य अशुभ योगों को भी दूर करने की क्षमता रखता है.
स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से छुटकारा
स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से छुटकारा
अगर कोई व्यक्ति स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहा है और ज्योतिष के अनुसार यह किसी अशुभ ग्रह की वजह से हो रहा है, तो दुर्गा कवच का पाठ करने से ग्रहों के दुष्प्रभाव कम हो जाते हैं. यह साधक को शारीरिक और मानसिक शक्ति, साहस और मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करता है.
रिश्तों और विवाह में आने वाली बाधाओं का संबंध प्रायः शुक्र और मंगल से होता है. ऐसे में दुर्गा कवच का नियमित पाठ न केवल प्रेम संबंधों और दांपत्य जीवन में शांति बहाल करता है, बल्कि जीवन में सुखद रिश्ते भी आकर्षित करता है.
सुख-समृद्धि का वास
सुख-समृद्धि का वास
सबसे खास बात यह है कि यह कवच शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या के दुष्प्रभाव को भी समाप्त करने में सक्षम है. शनि जब जीवन में संघर्ष और कष्ट लेकर आता है, तो मां दुर्गा का यह दिव्य कवच साधक को हर संकट से बचाता है और जीवन की कठिनाइयों को आसान बना देता है. इसलिए कहा जाता है जो भक्त सच्चे मन से दुर्गा कवच का पाठ करता है, उसके जीवन से नकारात्मकता दूर होकर सुख-समृद्धि और दिव्य सुरक्षा का वास होता है.