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अंक शास्त्र: जन्म तिथि के अनुसार जानें आपके व्यक्तित्व के रहस्य

अंक शास्त्र के माध्यम से जन्म तिथि का उपयोग करके व्यक्ति अपने भविष्य के बारे में जान सकता है। इस लेख में, हम 1, 10, 19 और 28 तारीखों पर जन्मे व्यक्तियों के व्यक्तित्व और उनके जीवन पर ग्रहों के प्रभाव का विश्लेषण करेंगे। जानें कि कैसे ये अंक आपके जीवन को प्रभावित करते हैं और आपके स्वभाव में क्या विशेषताएँ होती हैं।
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अंक शास्त्र: जन्म तिथि के अनुसार जानें आपके व्यक्तित्व के रहस्य

अंक ज्योतिष शास्त्र

अंक ज्योतिष शास्त्र: अंक शास्त्र के माध्यम से जन्म तिथि का उपयोग करके व्यक्ति अपने भविष्य से संबंधित कई प्रश्नों के उत्तर प्राप्त कर सकता है। प्रत्येक अंक की अपनी विशेषताएँ होती हैं, जो लोगों के जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालती हैं। जिन लोगों का जन्म किसी भी महीने की 1, 10, 19 या 28 तारीख को हुआ है, उनका मूलांक 1 होता है।


मूलांक 1 का स्वामी सूर्य देव माने जाते हैं। इसके अलावा, 1, 10, 19 और 28 तारीखों पर जन्मे व्यक्तियों पर चंद्र, मंगल और शनि ग्रहों का भी प्रभाव पड़ता है। आज हम आपको अंक शास्त्र के माध्यम से बताएंगे कि इन जन्म तिथियों में क्या भिन्नताएँ हैं।


जन्म तिथि 1

किसी भी महीने की 1 तारीख को जन्मे व्यक्तियों पर सूर्य ग्रह की विशेष कृपा होती है। ये लोग रचनात्मक और सकारात्मक सोच वाले होते हैं। इनका स्वभाव मिलनसार होता है, जिससे ये आसानी से लोगों के बीच घुल-मिल जाते हैं।


जन्म तिथि 10

जिनका जन्म 10 तारीख को हुआ है, उनके स्वामी भी सूर्य देव हैं। 1 का स्वामी सूर्य है, जबकि 0 को शून्य माना जाता है, जिस पर किसी ग्रह का विशेष प्रभाव नहीं होता। ये लोग ईमानदार होते हैं और कभी किसी का दिल नहीं दुखाते। माना जाता है कि इनका यह जन्म अंतिम होता है, जिसके बाद उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है।


जन्म तिथि 19

19 तारीख को जन्मे व्यक्तियों पर सूर्य और मंगल दोनों ग्रहों का प्रभाव होता है। सूर्य अंक 1 का स्वामी है, जबकि 9 का स्वामी मंगल है। इसलिए, इन लोगों में नेतृत्व की विशेषताएँ होती हैं और ये अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं।


जन्म तिथि 28

मूलांक 1 की 1, 10, 19 और 28 तारीखों में जन्मे व्यक्तियों में 28 वालों को सबसे अधिक शक्तिशाली माना जाता है। इनकी सफलता की संभावनाएँ भी अधिक होती हैं। चंद्र देव अंक 2 के स्वामी हैं, जबकि 8 के स्वामी शनि देव हैं। इन पर चंद्र और शनि दोनों ग्रहों का प्रभाव होता है।


जब 2 और 8 को जोड़ा जाता है, तो 10 अंक प्राप्त होता है। शास्त्रों में सूर्य को अंक 1 का स्वामी माना गया है, जिसका इन पर गहरा प्रभाव होता है। ये मेहनती होते हैं और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए दृढ़ संकल्पित रहते हैं।


नोट

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी अंक शास्त्र पर आधारित है और केवल सूचना के लिए प्रस्तुत की गई है।