अंबाला में डेंगू के मामलों में कमी, स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता
अंबाला में डेंगू के मामले
अंबाला (Ambala Dengue Cases)। इस वर्ष जिले में डेंगू के मामलों की संख्या अपेक्षाकृत कम रही है। जनवरी से अब तक 13 मामले सामने आए हैं। नवंबर के इस महीने में भी लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है, क्योंकि सितंबर से नवंबर तक डेंगू का प्रकोप बढ़ सकता है। स्वास्थ्य विभाग इस विषय में सतर्क है और लारवा की जांच के लिए लगातार अभियान चला रहा है, जो नवंबर के अंत तक जारी रहेगा। पिछले वर्षों की तुलना में इस बार डेंगू के मामलों में काफी कमी आई है।
घर-घर जाकर लारवा की जांच
Ambala Dengue Cases: घर-घर जाकर लारवा चेकिंग की जा रही
स्वास्थ्य विभाग ने एक जनवरी से घरों में लारवा की जांच शुरू की है, जिसमें कूलर, गमले और पानी की टंकियों की जांच शामिल है। जिन घरों में लारवा पाया जाता है, उन्हें साफ-सफाई के निर्देश दिए जाते हैं ताकि डेंगू के प्रकोप से बचा जा सके। इसके लिए विभाग ने 50 ब्रिडिंग चेकर टीमों का गठन किया है, जो लारवा की जांच कर रही हैं। साथ ही, ग्रामीण क्षेत्रों में 825 आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लारवा की जांच कर रहे हैं और लोगों को जागरूक कर रहे हैं।
पिछले छह वर्षों में डेंगू के मामले
पिछले छह वर्ष में इतने आए मामले
वर्ष-डेंगू-मलेरिया-चिकनगुनिया
2020 42 00 00
2021 686 00 00
2022 384 00 00
2023 551 01 06
2024 204 02 02
2025 13 00 00
नोट : आंकड़ा स्वास्थ्य विभाग के अनुसार।
फोगिंग में कमी
फोगिंग करने में दिलचस्पी कम दिखाई
इस बार नगर निगम ने शहर में फोगिंग के कार्य में सक्रियता नहीं दिखाई। निगम ने फोगिंग के लिए कोई निर्धारित कार्यक्रम नहीं बनाया। पिछले वर्ष भी फोगिंग में देरी के कारण लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ा था। फोगिंग के लिए आवश्यक दवाई स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध कराई जाती है। निगम के पास कुल 20 वार्ड हैं, और प्रत्येक वार्ड के लिए एक मशीन उपलब्ध है। इसके अलावा, निगम के पास दो ऑटोमेटिक मशीनें भी हैं। हालांकि, निगम के क्षेत्र का दायरा बड़ा है, लेकिन मशीनों की संख्या कम है।
स्वास्थ्य विभाग की जानकारी
उप सिविल सर्जन मलेरिया, डॉक्टर संजीव सिंगला ने बताया कि जिले में लारवा की जांच के लिए अभियान चलाया जा रहा है, जो नवंबर के अंत तक जारी रहेगा। जनवरी से अब तक डेंगू के 13 मामले सामने आए हैं, जबकि मलेरिया और चिकनगुनिया का कोई मामला नहीं आया है। इस बार मामलों में काफी कमी देखी गई है।
