अमरनाथ यात्रा 2025: पहले जत्थे का शुभारंभ, सुरक्षा के कड़े इंतजाम

अमरनाथ यात्रा का आगाज़
अमरनाथ यात्रा 2025, जम्मू/श्रीनगर: पवित्र वार्षिक अमरनाथ यात्रा का आरंभ तीन जुलाई से हो रहा है। आज सुबह, जम्मू के भगवती नगर बेस कैंप से यात्रा का पहला जत्था कड़ी सुरक्षा के बीच रवाना किया गया। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने तड़के बम-बम भोले के जयकारों के साथ पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाई। यह यात्रा पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद की पहली यात्रा है, जिसके चलते सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं।
पंजीकरण की संख्या
3.50 लाख श्रद्धालुओं ने कराया पंजीकरण
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, जो श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं, ने जम्मू से बालटाल और पहलगाम के लिए जत्थों को रवाना किया। पहले जत्थे में लगभग 4000 से 5000 श्रद्धालु शामिल हैं। अब तक लगभग 3.50 लाख श्रद्धालुओं ने यात्रा के लिए एडवांस में पंजीकरण कराया है।
यात्रा की अवधि
38 दिन चलेगी यात्रा, 9 अगस्त को होगी समाप्त
अमरनाथ यात्रा 38 दिनों तक चलेगी और यह 9 अगस्त को समाप्त होगी। उल्लेखनीय है कि आतंकियों ने 22 अप्रैल को पहलगाम की बैसरन घाटी में 26 पर्यटकों की हत्या की थी। इस घटना के बाद सुरक्षा चिंताओं को देखते हुए पहलगाम और बालटाल मार्ग को नो-फ्लाई जोन घोषित किया गया है।
सुरक्षा इंतजाम
सुरक्षा में तैनात जवान
जम्मू कश्मीर पुलिस के लगभग 25,000 जवान यात्रा की सुरक्षा में तैनात हैं। इसके अलावा, सुरक्षाबलों के लगभग एक लाख जवानों को कठुआ के लखनपुर से अमरनाथ गुफा तक तैनात किया गया है। अर्द्ध सैनिक बलों की करीब 600 कंपनियां भी लगाई गई हैं, जिनमें से 350 कंपनियां सीआरपीएफ की हैं।
उपराज्यपाल की शुभकामनाएं
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भगवती नगर बेस कैंप से श्रद्धालुओं के पहले जत्थे को रवाना करते हुए सभी तीर्थयात्रियों को सुरक्षित यात्रा की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, "यह तीर्थयात्रा आस्था और आत्म-खोज की यात्रा है।" उपराज्यपाल ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि आतंकी घटनाओं से विचलित हुए बिना भक्त भारी संख्या में आ रहे हैं।