आज का कालचक्र: यात्रा, गृह प्रवेश और विवाह के लिए शुभ मुहूर्त
कालचक्र का महत्व
Kaalchakra Today: सनातन धर्म के अनुयायियों के लिए शुभ मुहूर्त का विशेष महत्व होता है। यह माना जाता है कि जब कोई कार्य शुभ मुहूर्त में किया जाता है, तो उसकी सफलता की संभावना बढ़ जाती है। इसके साथ ही, पूजा-पाठ का भी अधिक लाभ मिलता है। हर कार्य के लिए अलग-अलग तिथि, नक्षत्र, दिन, लग्न और काल शुभ होते हैं, जिनका ध्यान रखना आवश्यक है। आज के कालचक्र में प्रश्न कुंडली विशेषज्ञ पंडित सुरेश पांडेय यात्रा, गृह प्रवेश, संपत्ति खरीदने और विवाह के लिए शुभ तिथियों, नक्षत्रों और काल के बारे में जानकारी दे रहे हैं।
यात्रा का मुहूर्त
यात्रा का मुहूर्त
- शुभ नक्षत्र- मृगशिरा, अश्विनी, पुनर्वसु, पुष्य, हस्त, अनुराधा, श्रवण, धनिष्ठा और रेवती
- अशुभ दिन- शनिवार, सोमवार और ज्येष्ठा नक्षत्र में पूर्व दिशा की यात्रा; रविवार, शुक्रवार और रोहिणी नक्षत्र में पश्चिम दिशा की यात्रा; गुरुवार और पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र में दक्षिण दिशा की यात्रा; कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि को पूर्व दिशा की यात्रा; पंचमी और त्रयोदशी को दक्षिण दिशा की यात्रा
गृह प्रवेश का मुहूर्त
गृह प्रवेश का मुहूर्त
- शुभ तिथियां- द्वितीया, तृतीया, पंचमी, सप्तमी, दशमी, एकादशी, त्रयोदशी और पूर्णिमा
- शुभ दिन- सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार
- अशुभ दिन- शनिवार
- शुभ मास- वैशाख, ज्येष्ठ, मार्गशीर्ष, माघ और फाल्गुन
- अशुभ मास- सावन, भाद्रपद, आश्विन और कार्तिक
- शुभ नक्षत्र- अश्विनी, रोहिणी, मृगशिरा, पुष्य, उत्तराफाल्गुनी, उत्तराषाढ़ा, उत्तराभाद्रपद, हस्त, चित्रा, स्वाति, अनुराधा, धनिष्ठा और रेवती
- शुभ लग्न- वृषभ, सिंह, वृश्चिक और कुंभ
- काल- भद्रा, राहुकाल और यमगण्ड
संपत्ति खरीदने का मुहूर्त
संपत्ति खरीदने का मुहूर्त
- शुभ तिथियां- द्वितीया, तृतीया, पंचमी, सप्तमी, दशमी, एकादशी, त्रयोदशी और पूर्णिमा
- शुभ नक्षत्र- मृगशिरा, अश्लेषा, मघा, विशाखा, मूल, पुनर्वसु और रेवती
- शुभ दिन- सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार
विवाह मुहूर्त
विवाह मुहूर्त
- शुभ मास- वैशाख, ज्येष्ठ, आषाढ़, मार्गशीर्ष, माघ और फाल्गुन
- अशुभ मास- सावन, भाद्रपद, आश्विन और कार्तिक
- शुभ दिन- सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार
- शुभ योग- रवि पुष्य, गुरु पुष्य, सर्वार्थ, सिद्धि और अमृत सिद्धि
- शुभ तिथि- द्वितीया, तृतीया, पंचमी, सप्तमी, दशमी, एकादशी और त्रयोदशी
- अशुभ तिथि- अमावस्या
- शुभ नक्षत्र- मृगशिरा, रोहिणी, उत्तराफाल्गुनी, उत्तराषाढ़ा, उत्तराभाद्रपद, रेवती, हस्त, स्वाति, अनुराधा और मघा
- अशुभ मुहूर्त- चंद्र ग्रहण, सूर्य ग्रहण, खरमास और पुरुषोत्तम मास
विशेष जानकारी
यदि आप नौकरी, वाहन, मुंडन और अन्नप्राशन आदि से जुड़े शुभ मुहूर्त के बारे में जानना चाहते हैं, तो ऊपर दिए गए वीडियो को देखें।
धार्मिक मान्यता
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। यह जानकारी किसी भी प्रकार की पुष्टि नहीं करती है।