आषाढ़ कृष्ण पक्ष 2025: भगवान विष्णु की पूजा और दान का महत्व

आषाढ़ कृष्ण पक्ष का आरंभ
आषाढ़ कृष्ण पक्ष का आरंभ वीरवार से हो चुका है, जो 10 जुलाई तक चलेगा। सूर्य के अनुसार, यह मास 15 जून से 15 जुलाई तक और चंद्र के अनुसार 12 जून से 10 जुलाई तक चलेगा।
आषाढ़ कृष्ण पक्ष में क्या करें
इस महीने भगवान विष्णु और लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए, स्नान के बाद नियमित पूजा-अर्चना और स्रोत्र पाठ करना चाहिए। इसके बाद ब्राह्मण दंपती को खीर सहित भोजन कराना, वस्त्र, धन, जूते-चप्पल, आंवला, खरबूजा, आड़ू और ऋतु फल का दान करना महत्वपूर्ण है। इस माह में एक बार का भोजन करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।
स्वास्थ्य के लिए उपयुक्त आहार
गर्मी के इस मौसम में शीतल, जल, सादा भोजन और मौसमी फलों का सेवन स्वास्थ्य के लिए लाभकारी रहता है। ब्रह्मपुराण के अनुसार, इस महीने की योगिनी एकादशी का व्रत करके भगवान विष्णु की पूजा करने से त्वचा संबंधी रोगों में लाभ मिलता है। खेड़ा शिव मंदिर के पुजारी सुभाष चंद शर्मा ने बताया कि 10 जलका दान महादान जून से 7 जुलाई तक बृहस्पति होने के कारण मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं।
दान और पूजा का महत्व
इस माह में जब बृहस्पति और शुक्र अस्त होते हैं, तब जल का दान करना, राहगीरों को पानी देना और सूर्य की पूजा करना विशेष महत्व रखता है। इससे व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि आती है। तीर्थ यात्रा और गोमाता की सेवा करने से भी ईश्वर की कृपा प्राप्त होती है।
विशेष पूजा विधि
मिथुन और कन्या राशि वाले लोगों को गोमाता और गणेश जी की पूजा करनी चाहिए, जबकि धनु और मीन राशि वाले सूर्य की पूजा करें। यदि संभव हो, तो पंछियों के लिए घर के बाहर पानी का पात्र रखें और हर रोज सुबह और शाम उसमें ताजा जल डालें। इससे इन राशि वालों पर विशेष कृपा होगी।