आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2025: व्रत के दौरान इन 12 गलतियों से बचें
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2025 का पर्व 26 जून से शुरू होकर 4 जुलाई तक चलेगा। इस दौरान मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। व्रत रखने वाले भक्तों को कुछ विशेष नियमों का पालन करना आवश्यक है। इस लेख में हम उन 12 गलतियों के बारे में चर्चा करेंगे, जिन्हें व्रत के दौरान करने से बचना चाहिए, ताकि पूजा का पूरा फल प्राप्त हो सके। जानें व्रत के नियम और सही पूजा विधि के बारे में।
Jun 23, 2025, 16:24 IST
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आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2025 व्रत नियम
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2025 व्रत नियम: साल में चार बार मां दुर्गा को समर्पित नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है, जिसमें व्रत भी रखा जाता है। 2025 में आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 26 जून से शुरू होकर 4 जुलाई तक चलेगी। इस दौरान मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है।
कई लोग मां दुर्गा से इच्छित वर पाने के लिए आषाढ़ गुप्त नवरात्रि में पूजा-पाठ के साथ व्रत रखते हैं। हालांकि, व्रत के दौरान कुछ गलतियां कर बैठते हैं, जिससे उन्हें पूजा का पूरा फल नहीं मिलता। इसलिए, व्रत के दौरान कुछ विशेष नियमों का पालन करना आवश्यक है। आइए जानते हैं आषाढ़ गुप्त नवरात्रि व्रत के दौरान किन 12 गलतियों से बचना चाहिए।
व्रत के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें
- यदि आपने अपने घर में कलश और मां दुर्गा की मूर्ति स्थापित की है, तो नवरात्रि के नौ दिनों में पूजा स्थान की सफाई करें। पूजा से पहले स्वच्छ वस्त्र पहनना आवश्यक है, अन्यथा पाप लग सकता है।
- जो लोग कलश की स्थापना करते हैं, उन्हें घर को खाली नहीं छोड़ना चाहिए। हमेशा किसी सदस्य का घर में रहना जरूरी है।
- मां दुर्गा की मूर्ति या तस्वीर को स्नान किए बिना स्पर्श नहीं करना चाहिए और न ही बिना कुला किए मंदिर में जाना चाहिए।
- बासी फल-फूल, कटे-गले फल और झूठा भोजन मां दुर्गा को अर्पित नहीं करना चाहिए।
- जिस कमरे में कलश की स्थापना की गई है, उसकी लाइट हमेशा चालू रहनी चाहिए।
- जिस कमरे में मां दुर्गा की मूर्ति स्थापित की गई है, रात में उसे खाली नहीं छोड़ना चाहिए।
- आषाढ़ गुप्त नवरात्रि के दौरान दक्षिण दिशा की यात्रा करना अशुभ माना जाता है।
- इस दौरान शराब, प्याज, लहसुन, मांसाहार, तंबाकू और गुटखे का सेवन नहीं करना चाहिए।
- व्रत के दौरान क्रोध, झूठ, जलन, लालच और मोह की भावना को अपने ऊपर हावी न होने दें।
- आषाढ़ गुप्त नवरात्रि में बाल और नाखून काटना अशुभ माना जाता है।
- नवरात्रि के व्रत को बीच में नहीं तोड़ना चाहिए।
- ब्रह्मचर्य का पालन करना आवश्यक है, अन्यथा व्रत का फल नहीं मिलता।