कपूर जलाने के लाभ: सकारात्मक ऊर्जा और वास्तु संतुलन के लिए उपाय
कपूर जलाना हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण परंपरा है, जो न केवल पूजा में पवित्रता लाता है, बल्कि सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी करता है। यह वास्तु शास्त्र में भी महत्वपूर्ण है, जहां इसके कई उपाय जीवन की कठिनाइयों को दूर करने में मदद करते हैं। जानें कैसे कपूर का उपयोग करके आप अपने घर में सुख-शांति और आर्थिक स्थिति में सुधार कर सकते हैं।
Sep 15, 2025, 14:32 IST
| कपूर का महत्व और उपयोग
पूजा के समय कपूर जलाना हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण परंपरा है, जो सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। वास्तु शास्त्र में कपूर के कई उपाय बताए गए हैं, जो जीवन की कठिनाइयों को दूर करने में सहायक होते हैं। पूजा के अनुष्ठानों में कपूर का विशेष स्थान होता है। जब इसे देवी-देवताओं के समक्ष जलाया जाता है, तो इससे घर में पवित्रता बढ़ती है और नकारात्मक प्रभाव समाप्त होते हैं। यह पितृदोष को खत्म करने और राहु-केतु के प्रभाव को कम करने में भी मदद करता है। इसके अतिरिक्त, यह घर की वास्तु को संतुलित रखने में सहायक होता है।सुबह और शाम कपूर को घी में भिगोकर जलाना सुख-शांति बनाए रखने के लिए लाभकारी होता है। इसकी सुगंध पूरे वातावरण को सकारात्मक ऊर्जा से भर देती है। आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के लिए, कपूर को चमेली तेल में मिलाकर लगातार ग्यारह दिन तक जलाने की सलाह दी जाती है, जिससे धन की कमी दूर होती है। शनिवार को नहाने के पानी में कपूर और चमेली तेल की कुछ बूंदें डालने से शनि दोष कम होता है और कार्यों में सफलता प्राप्त होती है।