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कांवड़ यात्रा के दौरान वायरल हुआ ऑर्केस्ट्रा वीडियो, भक्ति पर उठे सवाल

कांवड़ यात्रा के दौरान एक वायरल वीडियो ने धार्मिक भावनाओं को आहत किया है। इस वीडियो में कांवड़ियों के बीच ऑर्केस्ट्रा का आयोजन हो रहा है, जिससे भक्ति पर सवाल उठ रहे हैं। यूजर्स ने इस पर तीखी प्रतिक्रियाएँ दी हैं, जिसमें उन्होंने इस तरह की अश्लीलता की कड़ी आलोचना की है। जानें इस विवाद के बारे में और क्या कह रहे हैं लोग।
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कांवड़ यात्रा के दौरान वायरल हुआ ऑर्केस्ट्रा वीडियो, भक्ति पर उठे सवाल

कांवड़ यात्रा के महत्व और वायरल वीडियो

कांवड़ यात्रा का वायरल वीडियो: कांवड़ यात्रा को शारीरिक और मानसिक स्वच्छता का प्रतीक माना जाता है। इसे एक पवित्र यात्रा के रूप में देखा जाता है, जिसमें कांवड़िये शुद्ध सात्विक भोजन का सेवन करते हैं। इस दौरान, कांवड़ ले जाने वाले व्यक्ति के घर में भी सात्विक वातावरण बनाए रखने का प्रयास किया जाता है। शिव भक्ति में लीन कांवड़िये कुछ समय के लिए सांसारिक सुखों से दूर रहकर केवल ईश्वर की आराधना करते हैं। हालाँकि, हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसने इन मान्यताओं को सवालों के घेरे में डाल दिया है।


कांवड़ यात्रा के दौरान ऑर्केस्ट्रा का आयोजन

वायरल वीडियो की चर्चा

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो में देखा जा सकता है कि पुल पर कांवड़ियों की भीड़ है, जहाँ एक ट्रैक्टर पर दो नर्तकियाँ नाच रही हैं। ये नर्तकियाँ तेज़ धुन पर नाच रही हैं, जबकि कांवड़िये और अन्य लोग उनका वीडियो बना रहे हैं। यह वीडियो उत्तर प्रदेश का बताया जा रहा है। हालांकि, इस वीडियो की सच्चाई की पुष्टि नहीं की गई है।


कांवड़ यात्रा में अश्लीलता की आलोचना

वीडियो पर यूजर्स की प्रतिक्रिया

इस वीडियो ने इंटरनेट पर व्यापक रूप से नाराज़गी पैदा की है। यूजर्स ने कांवड़ यात्रा में इस तरह की अश्लीलता की कड़ी आलोचना की है और इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इंस्टाग्राम पर amandjvlogs नामक यूजर द्वारा साझा किए गए इस वीडियो को लाखों लोगों ने देखा है।


यूजर्स की टिप्पणियाँ

यूजर्स की प्रतिक्रियाएँ

वीडियो के कमेंट सेक्शन में यूजर्स ने गुस्से में अपनी प्रतिक्रियाएँ दी हैं। एक यूजर ने लिखा, "आपको अपने धर्म और संस्कृति का मज़ाक उड़ाते हुए शर्म आनी चाहिए।" एक अन्य यूजर ने कहा, "यह कैसी आस्था है? आपने इसका मज़ाक उड़ाया है। पूजा-पाठ, धर्म, यज्ञ के नाम पर यह नाटक बंद करो। ऐसा करने से आपकी भक्ति कभी सफल नहीं होगी। हर-हर महादेव।"