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कृष्ण जन्माष्टमी पर मंत्रों का जाप: भगवान श्री कृष्ण को प्रसन्न करने के उपाय

कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व पूरे भारत में धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस दिन भगवान श्री कृष्ण के बाल रूप लड्डू गोपाल की विशेष पूजा की जाती है। पूजा के दौरान मंत्रों का जाप करने से भक्तों को सुख, समृद्धि और आत्मिक शांति प्राप्त होती है। जानें किन मंत्रों का जाप करें और कैसे करें, ताकि भगवान श्री कृष्ण प्रसन्न हों और आपकी मनोकामनाएं पूर्ण हों।
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कृष्ण जन्माष्टमी पर मंत्रों का जाप: भगवान श्री कृष्ण को प्रसन्न करने के उपाय

मंत्रों के जाप से संकटों का निवारण और सुख की प्राप्ति


कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व आज पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है। यह पर्व भगवान श्री कृष्ण के जन्म के उपलक्ष्य में मनाया जाता है, और हिंदुओं के लिए इसका विशेष महत्व है। इस दिन लड्डू गोपाल की पूजा की जाती है, जो भगवान कृष्ण का बाल रूप है।


लड्डू गोपाल की पूजा करने से अपार पुण्य और फल की प्राप्ति होती है। विधिपूर्वक पूजा करने से भक्त की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। भगवान श्री कृष्ण अपने भक्तों को हमेशा प्रसन्न रखते हैं। पूजा के दौरान मंत्रों का जाप करना भी आवश्यक है।


भगवान श्री कृष्ण को प्रसन्न करने के मंत्र

मंत्रों का जाप करने से भगवान श्री कृष्ण प्रसन्न होते हैं। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि किन मंत्रों का जाप करके आप भगवान को प्रसन्न कर सकते हैं। इन मंत्रों के जप से बड़े संकट दूर होते हैं और भक्त को सुख, समृद्धि और आत्मिक शांति प्राप्त होती है।


इन मंत्रों का करें जाप


ॐ नमो भगवते श्री गोविन्दाय।
ॐ देव्किनन्दनाय विधमहे वासुदेवाय धीमहि तन्नो कृष्ण: प्रचोदयात।
ॐ कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने। प्रणत: क्लेशनाशाय गोविन्दाय नमो नम:।
ॐ कृष्णाय नम:।
ॐ क्लीं कृष्णाय नम:।
ॐ श्री कृष्ण: शरणं मम:।
ॐ नमो भगवते तस्मै कृष्णाय कुण्ठमेधसे। सर्वव्याधि विनाशाय प्रभो माममृतं कृधि।
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे।


मंत्र जप की विधि

कैसे करें मंत्र जप


जन्माष्टमी के दिन किसी शांत और एकांत स्थान पर मंत्र जप करना चाहिए। यदि घर में शांति नहीं है, तो आप किसी मंदिर में भी जा सकते हैं। किसी एक मंत्र का चयन करके कम से कम 108 बार जप करना शुभ होता है।


सकारात्मक ऊर्जा का संचार


जन्माष्टमी पर विशेष मंत्रों का जप करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और आध्यात्मिक उन्नति में मदद मिलती है। नियमित जप से मानसिक शांति, तनाव और चिंता से मुक्ति मिलती है। इसके अलावा, दिव्य ज्ञान और भगवान कृष्ण की कृपा भी प्राप्त होती है।


108 बार करें जाप


कृष्ण जन्माष्टमी पर किसी एक मंत्र का चयन करके कम से कम 108 बार जप करना चाहिए, तभी इसका प्रभाव पूर्ण रूप से दिखाई देता है। मंत्र जप के लिए शांत और एकांत स्थान चुनें। यदि घर में ऐसा स्थान उपलब्ध न हो तो आप किसी मंदिर में जाकर भी जप कर सकते हैं।