गणेश चतुर्थी 2025: पूजा विधि और महत्व

गणेश चतुर्थी का शुभारंभ
गणेश चतुर्थी 2025 पूजा: भगवान श्री गणेश, जो कि ऋद्धि और सिद्धि के दाता माने जाते हैं, की पूजा को अत्यंत शुभ माना जाता है। इस वर्ष गणेश चतुर्थी का पर्व आज से शुरू हो गया है और इसका समापन 6 सितंबर को अनंत चतुर्दशी के दिन होगा। हिंदू धर्म में बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित है, जो व्यापार और वाणी से जुड़ा हुआ है। गणपति की कृपा से व्यापार में उन्नति और संवाद कौशल में सुधार होता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से जीवन के सभी दुख दूर हो जाते हैं।
गणेश चालीसा का पाठ
गणेश चालीसा:
बुधवार के दिन गणेश जी को 21 दूर्वा चढ़ाना और गणेश चालीसा का पाठ करना चाहिए। इससे भगवान गणेश का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस दिन गणेश चालीसा पढ़ने से बुध दोष समाप्त होता है, व्यापार में प्रगति होती है, और जीवन के सभी संकट दूर होते हैं। सुबह स्नान के बाद, गणेश जी को मोदक और फल चढ़ाकर, सच्चे मन से गणेश चालीसा का पाठ करना चाहिए।
हरी चीजों का दान
हरी चीजों का दान:
बुधवार को हरी चीजों का दान करने से कुंडली में बुध ग्रह मजबूत होता है और गणेश जी की कृपा प्राप्त होती है। दान के लिए कुछ हरी वस्तुएं हैं: हरी पत्तेदार सब्ज़ियां (जैसे पालक, धनिया), हरी मूंग दाल, हरे वस्त्र, हरी चूड़ियाँ, तुलसी का पौधा, और हरी घास।
गाय को हरा चारा खिलाना
गाय को हरा चारा खिलाना:
बुधवार के दिन गाय को हरा चारा खिलाना भी पुण्यकारी माना जाता है। यह एक सरल उपाय है, जिससे भगवान गणेश की कृपा हमेशा बनी रहती है।