गणेश चतुर्थी पर दीपक जलाने के विशेष स्थान

घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश
Ganesh Chaturthi Upaay, नई दिल्ली: धार्मिक मान्यता के अनुसार, भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को भगवान गणेश का अवतरण हुआ था। इस दिन गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है। सनातन धर्म में इस तिथि को भगवान गणेश की कृपा प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। इस वर्ष गणेश चतुर्थी का पर्व 27 अगस्त को मनाया जाएगा। इस दिन विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया जाता है, जिसमें मोदक और फलों का भोग अर्पित किया जाता है।
गणेश जी की कृपा से सुख-शांति की प्राप्ति होती है। यदि आप इस अवसर पर अपने घर में सुख-शांति बनाए रखना चाहते हैं, तो कुछ विशेष स्थानों पर दीपक जलाना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इससे नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है। आइए जानते हैं कि गणेश चतुर्थी के दिन किन स्थानों पर दीपक जलाना चाहिए।
घर के मुख्य द्वार पर
सनातन धर्म में घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाना शुभ माना जाता है। गणेश चतुर्थी के अवसर पर शाम को दीपक अवश्य जलाएं। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है और सुख-शांति का वास होता है।
घर की उत्तर-पूर्व दिशा में
वास्तु शास्त्र के अनुसार, उत्तर-पूर्व दिशा में दीपक जलाने से व्यक्ति को शुभ परिणाम मिलते हैं और घर की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है। इस दिशा में धन की देवी मां लक्ष्मी का वास होता है, जिससे परिवार के सदस्यों पर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
गणपति बप्पा की मूर्ति के सामने
गणेश चतुर्थी के दिन सुबह स्नान के बाद पूजा-अर्चना करें और गणपति बप्पा की मूर्ति के सामने दीपक जलाएं। मंत्रों का जप करें। इससे गणेश जी प्रसन्न होते हैं और जीवन में आ रही बाधाएं दूर होती हैं।
शाम को तुलसी के सामने
तुलसी की पूजा का विशेष महत्व है। गणेश चतुर्थी की शाम को तुलसी की पूजा करें और देसी घी का दीपक जलाएं। पौधे की परिक्रमा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है।