गणेश चतुर्थी पर भोग अर्पित करने के विशेष तरीके

गणेश जी को भोग अर्पित करने का महत्व
गणेश जी को भोग अर्पित करना उनके पूजन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। भगवान गणेश मिठास, सरलता और प्राकृतिक सामग्री से बने भोग को पसंद करते हैं। मोदक, लड्डू (विशेषकर मोतीचूर के लड्डू), केले और हरी दूर्वा घास का भोग अर्पित करने से वे प्रसन्न होते हैं। गणेश चतुर्थी जैसे पर्व पर 21 मोदक चढ़ाना विशेष रूप से शुभ माना जाता है, और खीर का भोग भी धन लाभ के लिए अर्पित किया जा सकता है।
गणेश जी को अर्पित करने वाले भोग
मोदक
गणेश जी को मोदक का भोग सबसे प्रिय माना जाता है। पुराणों के अनुसार, भगवान गणेश अपनी मां के हाथ से बने मोदक को पलभर में समाप्त कर देते थे। इसलिए, उन्हें मोदक का भोग अवश्य अर्पित करें।
लड्डू
मोदक के साथ-साथ लड्डू का भोग भी गणेश जी को अर्पित किया जाता है। आप बेसन या बूंदी से बने लड्डू का भोग लगा सकते हैं, जिससे वे प्रसन्न होते हैं।
श्रीखंड
गणेश जी की पूजा में श्रीखंड एक प्रिय भोग है। इसे दही, चीनी और मेवों के साथ मिलाकर बनाया जाता है। आप पंचामृत या पंजरी का भोग भी पांचवें दिन अर्पित कर सकते हैं।
नारियल
धार्मिक मान्यता के अनुसार, नारियल के पेड़ को कल्पवृक्ष कहा जाता है और इसमें ब्रह्मा, विष्णु और महेश का वास माना जाता है। इसलिए, भगवान गणेश को नारियल अर्पित करना चाहिए।
पूरन पोली
महाराष्ट्र में गणेश चतुर्थी के दिन बप्पा को पूरन पोली का भोग अर्पित किया जाता है। आप इस भोग को गणेश उत्सव के 10 दिनों में अर्पित कर सकते हैं।
केला
हिंदू धर्म में पूजा में केले का भोग सभी देवी-देवताओं को अर्पित किया जाता है। भगवान गणेश को केला बहुत पसंद है, और इससे वे सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।
घी और गुड़
गणेश जी को शुद्ध घी में पका हुआ गुड़ का भोग बहुत पसंद है। आप नौवें दिन उन्हें यह भोग अर्पित कर सकते हैं। गुड़ में छुआरे और नारियल भी मिलाए जा सकते हैं।
पंचमेवा
गणेश जी को मोदक सबसे प्रिय है, लेकिन उन्हें पंचमेवा भी पसंद है। यह ग्रहों के अशुभ प्रभाव से छुटकारा दिलाने में मदद करता है।
मालपुआ
गणेश जी को प्रसन्न करने के लिए मालपुए का भोग भी अर्पित किया जाता है। उनके एक दांत के टूटने के कारण, उन्हें मालपुआ खाना आसान लगता है।
खीर
मखाने की खीर भगवान गणेश को बहुत प्रिय है। यह नकारात्मकता को दूर करने और आर्थिक स्थिति को सुधारने में मदद करती है।