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गुरु गोचर का राशियों पर प्रभाव: जानें 2025 तक क्या होगा

गुरु ग्रह का गोचर 2025 में राशियों पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालेगा। जानें मेष और वृषभ राशि के लिए क्या शुभ और अशुभ संकेत हैं। इस लेख में पंडित सुरेश पांडेय द्वारा दिए गए उपायों और सलाहों के माध्यम से अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के तरीके जानें। क्या आप जानना चाहते हैं कि अन्य राशियों पर इसका क्या असर होगा? पढ़ें पूरी जानकारी!
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गुरु ग्रह का महत्व

Kaalchakra Today: ज्योतिष में गुरु ग्रह को अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है, जो व्यक्ति की शिक्षा, धार्मिक गतिविधियों, भाग्य, विवाह, धन और संतान से जुड़ा होता है। जब गुरु ग्रह किसी की कुंडली में शुभ स्थिति में होता है, तो व्यक्ति को इन सभी क्षेत्रों में सुख मिलता है। हालांकि, जब गुरु की स्थिति बदलती है, तो राशियों के जीवन में उतार-चढ़ाव आ सकते हैं। पंचांग के अनुसार, गुरु ग्रह 14 मई 2025 को मिथुन राशि में प्रवेश करेगा और 18 अक्टूबर 2025 तक वहां रहेगा। इस अवधि में सभी 12 राशियों के जीवन में समय-समय पर बदलाव देखने को मिलेंगे।


मेष राशि

मेष राशि



  • भाव- 18 अक्टूबर 2025 तक गुरु मेष राशि के तीसरे भाव में रहेंगे।

  • शुभ प्रभाव- इस अवधि में मेष राशि वालों की संचार कौशल और कार्यक्षमता में वृद्धि होगी, जिससे आत्मविश्वास में भी इजाफा होगा। क्रिएटिव और मार्केटिंग से जुड़े व्यक्तियों को नए अवसर मिलेंगे। व्यापारियों को नए कारोबारी मौके मिलेंगे और छोटी यात्राएं लाभदायक साबित होंगी। वैवाहिक जीवन में तनाव कम होगा और जिनकी शादी में देरी हो रही है, उन्हें समाधान मिलेगा। भाई-बहनों और दोस्तों के साथ संबंध मजबूत होंगे।

  • अशुभ प्रभाव- आलस्य आपके निर्णय लेने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है।

  • सावधानी- किसी भी योजना को बनाने से पहले सलाह लें।

  • उपाय- देवी-देवताओं को प्रसन्न करने के लिए विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें और पंचमुखी रुद्राक्ष धारण करें। गुरुवार को पीले कपड़े दान करना भी शुभ रहेगा।


वृषभ राशि

वृषभ राशि



  • भाव- वृषभ राशि के दूसरे भाव में गुरु देव 18 अक्टूबर 2025 तक रहेंगे।

  • शुभ प्रभाव- गुरु की कृपा से आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और पुराने निवेश से लाभ मिलने की संभावना है। नौकरी और व्यापार में उन्नति के योग हैं। पारिवारिक जीवन में सुख और शांति बनी रहेगी। घर में शुभ कार्य हो सकते हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता की संभावना है।

  • अशुभ प्रभाव- फिजूलखर्ची बढ़ सकती है, विशेषकर वाहन के रखरखाव में।

  • सावधानी- नकारात्मक बातों से दूर रहें और अपनी वाणी में मिठास लाने का प्रयास करें। खानपान पर ध्यान दें।

  • उपाय- नियमित रूप से केले या पीपल के पेड़ की पूजा करें और हरिवंश पुराण का पाठ करें। चने की दाल और गुड़ का दान करना भी शुभ रहेगा।


अन्य राशियों पर प्रभाव

यदि आप जानना चाहते हैं कि अन्य 10 राशियों पर गुरु गोचर का क्या प्रभाव पड़ेगा, तो ऊपर दिए गए वीडियो को देखें।