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गुरु पूर्णिमा 2025: जानें शुभ समय, व्रत तिथि और आज का राशिफल

गुरु पूर्णिमा 2025 का पर्व 10 जुलाई को मनाया जाएगा, जिसमें गुरु को समर्पित व्रत कोकिला व्रत के साथ होगा। आज का पंचांग महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करता है, जैसे शुभ मुहूर्त, चंद्रबल और यात्रा के लिए दिशाएं। जानें किस राशि के लोगों को आज मानसिक स्थिरता मिलेगी और कौन सी दिशा यात्रा के लिए अनुकूल नहीं है। इस दिन का महत्व और पूजा विधि के बारे में विस्तार से जानें।
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गुरु पूर्णिमा 2025: जानें शुभ समय, व्रत तिथि और आज का राशिफल

गुरु पूर्णिमा 2025 पंचांग: शुभ समय और व्रत

गुरु पूर्णिमा 2025 के पंचांग के अनुसार, आज पूर्णिमा तिथि रात 2:08 बजे तक रहेगी। इस दिन गुरु को समर्पित व्रत कोकिला व्रत के साथ मनाया जाएगा। शुभ मुहूर्त 11:58 से 12:53 तक रहेगा, जबकि राहु काल और यमगण्ड में कोई महत्वपूर्ण कार्य नहीं करना चाहिए। चंद्रमा धनु राशि में है और मिथुन, कर्क, तुला, धनु, कुंभ, मीन राशि के लोगों को चंद्रबल प्राप्त होगा। दक्षिण दिशा की यात्रा के लिए यह दिन अशुभ है। आज का पंचांग पूजा और जीवनशैली के लिए मार्गदर्शक है।


गुरु पूर्णिमा और कोकिला व्रत का महत्व

10 जुलाई 2025 का दिन विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह गुरु पूर्णिमा और कोकिला व्रत का दिन है। गुरु पूर्णिमा हिंदू संस्कृति में गुरु के प्रति सम्मान और ज्ञान का प्रतीक है। इस दिन लोग अपने गुरुओं को प्रणाम करते हैं, व्रत रखते हैं और ध्यान-साधना में लीन होते हैं।


शुभ-अशुभ समय की जानकारी

आज का अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11:58 से 12:53 तक रहेगा, जो किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत के लिए उपयुक्त माना जाता है। राहु काल दोपहर 2:10 से 3:54 तक रहेगा, जिसमें बड़े कार्यों से बचना चाहिए। यमगण्ड सुबह 6:25 से 7:21 तक रहेगा।


सूर्य सुबह 5:30 पर उदय होगा और शाम 7:22 पर अस्त होगा। चंद्रमा धनु राशि में है, और चंद्रोदय शाम 7:18 पर होगा। यदि आप चंद्र दर्शन करना चाहते हैं, तो यही सही समय है।


राशियों और नक्षत्रों का प्रभाव

आज मिथुन, कर्क, तुला, धनु, कुंभ और मीन राशि वालों को चंद्रबल प्राप्त होगा। ये लोग मानसिक स्थिरता और सकारात्मकता का अनुभव करेंगे। शुभ नक्षत्रों में अश्विनी से लेकर उत्तराभाद्रपद तक कई नक्षत्र शामिल हैं, जो दिन को अध्यात्म और ऊर्जा से भरपूर बनाते हैं।


यदि यात्रा की योजना है, तो दक्षिण दिशा से बचें, क्योंकि यह दिशा अनुकूल नहीं मानी जाती।


पंचांग के अनुसार जीवनशैली

आज का दिन केवल धार्मिक नहीं, बल्कि अनुभवों से भी भरा रहेगा। गुरु पूर्णिमा का व्रत और ध्यान-साधना आत्मविश्लेषण और आंतरिक शक्ति को जागृत करने का अवसर प्रदान करते हैं। पंचांग के अनुसार, यदि आपकी राशि लाभ में है और आप शुभ मुहूर्त में कोई कार्य आरंभ करते हैं, तो सफलता निश्चित है।