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गुरुग्राम में चैरिटी अस्पताल पर कब्जे का मामला, सीएम से की गई शिकायत

गुरुग्राम में चैरिटी अस्पताल पर कब्जे का मामला सामने आया है, जिसमें स्थानीय लोगों ने सीएम से शिकायत की है। आरोप है कि अस्पताल को अवैध रूप से किराए पर देकर सैन्य प्रशिक्षण केंद्र में बदल दिया गया है। स्वामी ज्योति गिरी ने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कराया है। ग्रामीणों ने सीएम से आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है। जानें इस विवाद की पूरी कहानी और क्या कदम उठाए जाएंगे।
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गुरुग्राम में चैरिटी अस्पताल पर कब्जे का मामला, सीएम से की गई शिकायत

चैरिटी अस्पताल पर कब्जे का आरोप


  • महामंडलेश्वर ज्योति गिरी की शिकायत पर मामला दर्ज
  • आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सीएम से मुलाकात


(गुरुग्राम) : जय महाकालेश्वर कल्याण ट्रस्ट के फाउंडर ट्रस्टी और जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी ज्योति गिरी के स्वामित्व वाली जमीन पर कब्जे का मामला चर्चा में है। स्थानीय लोगों ने सीएम नायब सिंह सैनी से मुलाकात कर इस स्थिति से अवगत कराया और कब्जाधारियों की गिरफ्तारी की मांग की। इस जमीन पर खूंगा अकादमी का संचालन किया जा रहा है, जिसे लोग अवैध मानते हैं। रविवार को लोग दिल्ली में सीएम से मिले और सोमवार 16 जून को जमीन की पैमाइश की संभावना जताई जा रही है।


गांव बोहड़ाकला के महाकाल/हनुमान मंदिर के पास स्थित जमीन पर एक चैरिटी अस्पताल का निर्माण किया गया था, जिसका उद्घाटन 9 दिसंबर 2015 को तत्कालीन गवर्नर कप्तान सिंह सोलंकी ने किया था। कोविड महामारी के दौरान, इस अस्पताल को जिला प्रशासन द्वारा आइसोलेशन केंद्र के रूप में उपयोग किया गया था।


सैन्य प्रशिक्षण केंद्र का निर्माण


वर्तमान में, इस स्थान पर खूंगा अकेडमी नामक सैन्य प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किया गया है। आरोप है कि जमीन और चैरिटी अस्पताल को फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से अवैध रूप से किराए पर दिया गया। इस मुद्दे पर स्वामी ज्योति गिरी ने आरोपियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कराया है।


आपराधिक मामले के बाद आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। प्रतिनिधिमंडल में शामिल गांव के प्रधान राम भूल चौहान, अरुण कुमार, बेगराज यादव, रजवा प्रधान, एडवोकेट विनोद कुमार, और कृष्ण पंडित ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से हरियाणा भवन दिल्ली में मुलाकात की।


आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग


प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री के सामने ठोस सबूत पेश करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। ग्रामीणों ने सीएम को बताया कि गौशाला में गौधन को चारा नहीं दिया जा रहा है, साधु-संतों को धमकाया जा रहा है, और चैरिटी अस्पताल को एक प्रोफेशनल ट्रेनिंग अकादमी में बदल दिया गया है। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि जिन पर मुकदमे दर्ज हैं, उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।