चंद्रमा के अस्त होने का प्रभाव: जून 2025 में लाभ पाने वाली राशियाँ

चंद्रमा का महत्व और प्रभाव
चंद्रमा का अस्त 2025: चंद्रमा, जिसे चंद्र ग्रह भी कहा जाता है, का शास्त्रों में एक विशेष स्थान है। यह जल तत्व से जुड़ा हुआ है, और कुंडली में इसकी स्थिति व्यक्ति की मानसिक स्थिति, विचारधारा और स्वभाव को दर्शाती है। इसके अलावा, यह व्यक्ति और उसकी मां के बीच के संबंधों की जानकारी भी प्रदान करता है। जब चंद्रमा की स्थिति बदलती है, तो इसका प्रभाव जीवन के विभिन्न पहलुओं पर पड़ता है।
चंद्रमा का अस्त और उदय
वैदिक पंचांग के अनुसार, 24 जून 2025 को सुबह 3:47 बजे चंद्र देव मिथुन राशि में अस्त होंगे और यह स्थिति 3 दिन तक बनी रहेगी। इसके बाद, 26 जून 2025 को शाम 8:37 बजे चंद्र देव फिर से मिथुन राशि में उदय होंगे। आइए जानते हैं कि इस अवधि में किन तीन राशियों को विशेष लाभ मिलने की संभावना है।
मेष राशि के लिए लाभ
मेष राशि
चंद्रमा के अस्त होने से मेष राशि के जातकों के व्यक्तित्व में निखार आएगा। उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा और नए लोगों से मुलाकातें होंगी, जो भविष्य में लाभकारी साबित होंगी। कला से जुड़े व्यक्तियों की आय में वृद्धि होगी और सामाजिक स्तर पर उनकी प्रतिष्ठा में इजाफा होगा। सिंगल लोगों के लिए नए प्रेम संबंध बनने की संभावना है, जबकि विवाहित लोगों के भौतिक सुख-सुविधाओं में वृद्धि होगी।
- उपाय- मां लक्ष्मी की पूजा करें और चंद्र के बीज मंत्र का जाप करें।
मिथुन राशि के लिए शुभ संकेत
मिथुन राशि
जून में चंद्र देव का अस्त होना मिथुन राशि के जातकों के लिए शुभ संकेत है। इससे उन्हें आर्थिक स्थिति में सुधार और संपत्ति का सुख मिलने की संभावना है। छात्र वर्ग को परीक्षा में सफलता मिलेगी। पड़ोसियों के साथ चल रहे विवादों में सुधार होगा। युवा वर्ग पुराने दोस्तों के साथ समय बिताने का अवसर पाएंगे, जिससे उन्हें खुशी मिलेगी।
- उपाय- चीनी, चावल और दूध का दान करें।
मकर राशि के लिए अवसर
मकर राशि
व्यापारियों के लिए नया मकान खरीदने का मन बन सकता है, जिसमें जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा। नए कारोबारी समझौतों से आर्थिक लाभ की संभावना है। नए संबंधों की शुरुआत के लिए यह समय उपयुक्त है। जिन जातकों की सेहत कमजोर है, उनके स्वास्थ्य में सुधार होगा। घर में शांति का माहौल रहेगा और मानसिक शांति बनी रहेगी। दुकानदारों को नए स्रोतों से लाभ होगा।
- उपाय- घर के मंदिर और चौखट पर रोजाना घी का दीपक जलाएं।