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तुलसी के पौधे को लगाने की सही दिशा: जानें महत्वपूर्ण नियम

तुलसी का पौधा भारतीय संस्कृति में विशेष महत्व रखता है। इसे सही दिशा में लगाने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। जानें तुलसी को लगाने के लिए कौन सी दिशा सबसे शुभ है और इसके साथ जुड़े महत्वपूर्ण नियम क्या हैं। इस लेख में हम तुलसी की पूजा के सही तरीके और समय के बारे में भी चर्चा करेंगे।
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तुलसी के पौधे को लगाने की सही दिशा: जानें महत्वपूर्ण नियम

तुलसी में लक्ष्मी का वास


तुलसी में धन की देवी मां लक्ष्मी का होता है वास
सनातन धर्म में कई पौधे पूजनीय माने जाते हैं। इन पौधों की पूजा करने से जीवन में सुख और समृद्धि बनी रहती है। तुलसी का पौधा भी इनमें से एक है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस पौधे में मां लक्ष्मी का निवास होता है। नियमित रूप से तुलसी की पूजा करने से साधक को मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और घर में सुख-शांति का वास होता है।


तुलसी को सही दिशा में लगाना

तुलसी को एक साफ स्थान पर और सही दिशा में लगाना आवश्यक है। ऐसा माना जाता है कि सही दिशा में लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यदि आप मां लक्ष्मी का स्वागत करना चाहते हैं, तो जानें कि तुलसी को किस दिशा में लगाना चाहिए ताकि सुख-समृद्धि में वृद्धि हो सके।


उत्तर या पूर्व दिशा में लगाना बेहतर

वास्तु शास्त्र के अनुसार, तुलसी का पौधा उत्तर या पूर्व दिशा में लगाना सबसे अच्छा होता है। इस दिशा में तुलसी लगाने से घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है और परिवार के सदस्यों पर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।


गुरुवार और शुक्रवार को लगाना शुभ

वास्तु के अनुसार, तुलसी का पौधा लगाने के लिए गुरुवार और शुक्रवार का दिन बहुत शुभ माना जाता है। कार्तिक और चैत्र महीने में तुलसी लगाने का विशेष महत्व है। नियमों का पालन करने से घर में मां लक्ष्मी का वास होता है और आर्थिक तंगी से मुक्ति मिलती है।


साफ-सफाई का ध्यान रखें

जहां आप तुलसी का पौधा लगा रहे हैं, उस स्थान की साफ-सफाई का ध्यान रखना जरूरी है। मां लक्ष्मी साफ-सुथरे स्थान पर ही निवास करती हैं। इसके अलावा, पौधे के पास जूठे बर्तन नहीं रखने चाहिए, अन्यथा मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं।


तुलसी से जुड़े नियम

रोजाना दीपक जलाकर तुलसी की पूजा करनी चाहिए और भोग में तुलसी के पत्ते शामिल करने चाहिए। लेकिन एकादशी और रविवार को तुलसी में जल अर्पित नहीं करना चाहिए। धार्मिक मान्यता के अनुसार, एकादशी के दिन जल देने से व्रत का भंग होता है।