तुलसीदास जयंती 2025: शुभकामनाएं और प्रेरणादायक संदेश

तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं
गोस्वामी तुलसीदास, हिंदी साहित्य के महान रचनाकार, की जयंती हर वर्ष श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की सप्तमी को मनाई जाती है। इस वर्ष, यह विशेष अवसर 31 जुलाई 2025, गुरुवार को आएगा। इस दिन, लोग उनके द्वारा लिखित रामचरितमानस, हनुमान चालीसा, विनय पत्रिका, दोहावली और कवितावली जैसे ग्रंथों को याद करते हैं और अपने प्रियजनों को बधाई संदेश भेजते हैं।
तुलसीदास जयंती पर शुभकामनाएं
यदि आप इस पावन अवसर पर अपने दोस्तों और परिवार को शुभकामनाएं, उद्धरण, संदेश या व्हाट्सएप स्टेटस भेजना चाहते हैं, तो यहां कुछ विशेष संदेश दिए गए हैं जिन्हें आप सोशल मीडिया या मैसेजिंग ऐप पर साझा कर सकते हैं:
रामचरितमानस के रचयिता तुलसीदास जी को कोटि-कोटि नमन।
तुलसीदास जयंती पर आइए हम उनके दोहों से जीवन को सार्थक बनाएं।
गोस्वामी तुलसीदास के विचार हमें धर्म, कर्म और प्रेम की राह दिखाएं।
तुलसी मीठे बचन ते सुख उपजत चहुं ओर,
बसीकरन इक मंत्र है परिहरू बचन कठोर,
तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं।
जिसने लिखी हनुमान चालीसा, अमर अमिट ये गाथा,
हर घट में हरी बसे तुम्हरे, सुनकर मन भक्ति में लागा।
दरस दिए राम लला ने, हनुमत संग बिराजे,
उदय हुआ सुख का सूरज, भाग्य किस्मत जागा,
तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं।
तुलसीदास जयंती 2025 की शुभकामनाएं
वासना, क्रोध, अहंकार और लोभ से नरक का मार्ग प्रशस्त होता है,
इन सबका त्याग करके तुलसीदास जयंती पर भगवान राम की आराधना करें।
तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं।
तुलसीदास जी के चरणों में बसी, रामकथा की अमृत धारा,
जयंती पर हम दें उन्हें श्रद्धांजलि, हर दिल में रहे उनके प्रेम का उजाला।
राम भक्ति की जो पथ पर, तुलसीदास जी ने दीप जलाया,
उनकी जयंती पर हम सभी ने, उनके मार्ग पर चलने की शपथ दोहराया
तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं।
तुलसीदास जयंती 2025 के लिए शुभकामनाएं और उद्धरण
तुलसीदास के हर शब्द में बसी है राम की गाथा,
भक्ति और प्रेम से भरा उनके जीवन का रास्ता।
तुलसीदास जी की जयंती पर, खुशियों की हो बौछार,
राम भक्ति की रोशनी से, हर दिल हो साकार।
तुलसी के शब्दों में बसी है राम की महिमा,
उनकी रचनाओं में छुपा है भक्ति का चरित्र दर्पण।
रामचरितमानस की गूंज से रौशन हुआ संसार,
तुलसीदास की वाणी में बसी है प्रेम की अमृत धारा।
तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं।
गोस्वामी तुलसीदास: रामकथा के महाकवि
गोस्वामी तुलसीदास न केवल एक महान कवि थे, बल्कि उन्हें महर्षि वाल्मीकि का अवतार भी माना जाता है। उन्होंने अवधी भाषा में रामचरितमानस की रचना की, जिससे भगवान श्रीराम की कथा गांव-गांव, घर-घर पहुंची। तुलसीदास जी की लेखनी ने उन्हें जनमानस में अमर बना दिया।
उनकी रचनाएं सिर्फ साहित्य नहीं थीं, वे एक सामाजिक और धार्मिक क्रांति थीं। हनुमान चालीसा आज भी हर घर में श्रद्धा से पढ़ी जाती है।
तुलसीदास जयंती 2025 की तारीख और महत्व
इस वर्ष तुलसीदास जयंती 31 जुलाई 2025 को गुरुवार के दिन मनाई जाएगी। उत्तर प्रदेश, विशेषकर वाराणसी में यह पर्व बड़े हर्षोल्लास से मनाया जाता है। मंदिरों में विशेष पूजन, पाठ और भजन-कीर्तन होते हैं।
प्रेरणादायक उद्धरण
“धीरज, धर्म, मित्र और नारी, आपत काल परखिए चारी।”
“कविता करके कौन बड़ा बना है, सेवा करके जीवन सार्थक होता है।”
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आज तुलसीदास जयंती है उनके दोहे, उनका ज्ञान, आज भी हमें राह दिखाता है।
श्रद्धा से भरा दिन, भक्ति से भरा मन – तुलसीदास जयंती की शुभकामनाएं!
तुलसीदास जी के दोहे और लेखन आज के समाज में भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने पहले थे। उनके शब्दों में ऐसा ज्ञान है जो जीवन को सरल, संयमित और सफल बना सकता है। इसलिए, तुलसीदास जयंती सिर्फ एक पर्व नहीं, एक अवसर है उनकी शिक्षाओं को दोहराने और जीवन में उतारने का।