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पाक अधिकृत कश्मीर में जनसंख्या और राजनीतिक असंतोष

पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में हाल के प्रदर्शनों ने यहां की जनसंख्या और राजनीतिक असंतोष को उजागर किया है। इस क्षेत्र में हिंदू और मुस्लिम आबादी की स्थिति, पाकिस्तान सरकार के प्रति नाराजगी और स्थानीय लोगों की समस्याओं पर चर्चा की गई है। जानें कि कैसे पीओके की जनसंख्या और सांस्कृतिक संरचना प्रभावित हो रही है और लोग किस प्रकार के अधिकारों की मांग कर रहे हैं।
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पाक अधिकृत कश्मीर में जनसंख्या और राजनीतिक असंतोष

PoK की जनसंख्या और राजनीतिक स्थिति

PoK जनसंख्या: पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) हाल ही में पाकिस्तान सरकार के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों के कारण सुर्खियों में है। यहां के राजनीतिक दलों ने पाकिस्तानी सेना के खिलाफ मोर्चा खोला है। हाल के हिंसक प्रदर्शनों में 12 लोगों की जान चली गई है, और मामला अब संयुक्त राष्ट्र तक पहुंच चुका है। इस बीच, यहां की जनसांख्यिकी, विशेषकर हिंदू और मुस्लिम आबादी, पर लोगों की रुचि बढ़ गई है।


कुल जनसंख्या का आंकड़ा


भारत हमेशा से पीओके को अपना हिस्सा मानता है, लेकिन यह वर्तमान में पाकिस्तान के नियंत्रण में है। यहां की कुल जनसंख्या लगभग 45 लाख है, जिसमें मुस्लिम आबादी हिंदुओं की तुलना में कहीं अधिक है।


हिंदू जनसंख्या की स्थिति:


जोशुआ प्रोजेक्ट और अन्य रिपोर्टों के अनुसार, पीओके में हिंदू जनसंख्या 0.5 प्रतिशत से भी कम है। आजादी के समय यहां हिंदुओं की संख्या अच्छी थी, लेकिन पाकिस्तान के कब्जे और अत्याचारों के कारण अधिकांश हिंदू पलायन कर गए। वर्तमान में, कुछ रिपोर्टों के अनुसार, यहां 500 से 1000 हिंदू ही बचे हैं।


मुस्लिम जनसंख्या:


पीओके की कुल जनसंख्या में 99 प्रतिशत से अधिक लोग मुस्लिम हैं। यही कारण है कि यहां की सांस्कृतिक और सामाजिक संरचना पूरी तरह से मुस्लिम बहुल है।


नाराजगी के कारण:


पीओके के लोग लंबे समय से पाकिस्तान सरकार और सेना से नाराज हैं, क्योंकि उन्हें वहां वैसा राजनीतिक अधिकार और स्वतंत्रता नहीं मिलती जैसी पाकिस्तान के अन्य हिस्सों में नागरिकों को मिलती है। यहां अलग नीतियों का पालन किया जाता है, जिससे लोगों में असंतोष बढ़ता है। पाकिस्तान इस क्षेत्र का उपयोग आतंकवाद फैलाने के लिए भी करता है। पीओके लगभग 13 हजार वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है और अपनी खूबसूरत वादियों के लिए जाना जाता है, लेकिन यहां की वास्तविकता लगातार विरोध, प्रतिबंध और नाराजगी की है।