पापाकुंशा एकादशी: आर्थिक समृद्धि के लिए विशेष उपाय

एकादशी का महत्व
सनातन धर्म में एकादशी का विशेष स्थान है। यह तिथि भगवान विष्णु को समर्पित होती है, और इस दिन उनकी तथा तुलसी माता की पूजा की जाती है। कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर भगवान विष्णु योगनिद्रा से जागते हैं। इस वर्ष, पापाकुंशा एकादशी 03 अक्टूबर को मनाई जाएगी। यह पर्व हर साल आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाया जाता है। इस दिन भक्तिभाव से लक्ष्मी नारायण जी की पूजा की जाती है।
आर्थिक तंगी से मुक्ति के उपाय
यदि आप आर्थिक समस्याओं से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो पापाकुंशा एकादशी के दिन स्नान-ध्यान के बाद लक्ष्मी नारायण जी की पूजा करें। पूजा के दौरान भगवान विष्णु का अभिषेक गाय के कच्चे दूध से करें।
मंत्रों का जाप
तुलसी श्रीर्महालक्ष्मीर्विद्याविद्या यशस्विनी।
धर्म्या धर्मानना देवी देवीदेवमन: प्रिया।।
लभते सुतरां भक्तिमन्ते विष्णुपदं लभेत।
तुलसी भूर्महालक्ष्मी: पद्मिनी श्रीर्हरप्रिया।।
लक्ष्मी नारायण जी को अर्पित करें
आय और सौभाग्य में वृद्धि के लिए, पापाकुंशा एकादशी के दिन भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की भक्ति भाव से पूजा करें। पूजा के समय लक्ष्मी नारायण जी को श्रीफल और तुलसी की मंजरी अर्पित करें।
इस मंत्र का जाप करें
- ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं श्री लक्ष्मी मम गृहे धनं पूरय पूरय चिंतायै दूरय दूरय स्वाहा।
वास्तु दोष से मुक्ति
यदि आप वास्तु दोष से परेशान हैं, तो पापाकुंशा एकादशी पर स्नान-ध्यान के बाद लक्ष्मी नारायण जी की पूजा करें। पूजा के अंत में तुलसी माता की आरती अवश्य करें।
आरती के अंत में मंत्र का जाप
- महाप्रसाद जननी सर्व सौभाग्यवर्धिनी, आधि व्याधि हरा नित्यं, तुलसी त्वं नमोस्तुते।
करियर में सफलता के लिए उपाय
पापाकुंशा एकादशी के दिन पूजा के समय तुलसी की मंजरी भगवान विष्णु को अर्पित करें। पूजा के बाद इसे पीले रंग के वस्त्र में बांधकर तिजोरी में रख दें। इससे आय और सौभाग्य में वृद्धि होती है।