पितृपक्ष में ब्राह्मणों को भोजन कराने के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें
पितृपक्ष के दौरान ब्राह्मणों को भोजन कराने के लिए कुछ महत्वपूर्ण नियमों का पालन करना आवश्यक है। इस लेख में जानें कि किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, जैसे कि कौन सी सब्जियाँ परोसनी चाहिए और ब्राह्मणों का अपमान करने से कैसे बचें। सही विधि से भोज कराने से पितर प्रसन्न होते हैं और देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है।
Sep 16, 2025, 06:19 IST
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पुण्य के बजाय लगेगा पाप
Pitru Paksha Niyam, नई दिल्ली: वर्तमान में पितृपक्ष का समय चल रहा है। आज इस अवधि की दशमी तिथि का श्राद्ध मनाया जा रहा है। इस दौरान पितरों के लिए श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान का आयोजन किया जाता है। इसके साथ ही ब्राह्मणों को भोज और दान-पुण्य भी करना आवश्यक होता है। इस समय देवताओं, कौए, गाय, चींटी और कुत्ते के लिए भोजन का प्रावधान किया जाता है। मान्यता है कि इन 15 दिनों में पितर धरती पर आते हैं। पितृ पक्ष में ब्राह्मणों को भोज कराना अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे पितर प्रसन्न होते हैं और देवी-देवताओं की कृपा भी प्राप्त होती है। हालांकि, ब्राह्मण भोज के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक है।
इन बातों का रखें ध्यान
- कुम्हड़े या सीताफल की सब्जी और पत्ता गोभी की सब्जी नहीं परोसें। इन सब्जियों को बनाना भी वर्जित है, क्योंकि मान्यता है कि पितर इन्हें ग्रहण नहीं करते और इससे वे नाराज होकर बिना भोजन किए चले जाते हैं।
- भैंस के दूध से बनी मिठाई ब्राह्मण भोज में परोसें। भैंसा यमराज का वाहन है, इसलिए भैंस के दूध की खीर से पितरों को ताड़ भोगना पड़ता है।
- ब्राह्मण का अपमान करने से बचें, क्योंकि ऐसा करना घोर पाप का कारण बन सकता है।
ब्राह्मणों को भोजन कराने की सही विधि
- ब्राह्मणों को भोजन कराते समय कुछ नियमों का पालन करें।
- ब्राह्मणों को सम्मानपूर्वक आमंत्रित करें और उनसे निवेदन करें कि वे उस दिन श्राद्ध का भोजन आपके घर पर करें।
- भोजन में केवल सात्विक चीजें शामिल करें। गलती से भी लहसुन-प्याज का उपयोग न करें।
- ब्राह्मणों को इस तरह बैठाएं कि उनका मुख दक्षिण दिशा की ओर हो।
- भोजन के बाद ब्राह्मण देवता को दान-दक्षिणा अवश्य दें। अपनी सामर्थ्य के अनुसार उन्हें अनाज, कपड़े, पैसे आदि दान में दें।
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