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पूजा-पाठ के दौरान खाने योग्य चीजें: जानें क्या है नियम

सनातन धर्म में पूजा-पाठ का विशेष महत्व है। क्या आप जानते हैं कि कुछ खाद्य पदार्थों का सेवन करने के बाद भी पूजा की जा सकती है? व्रतराज ग्रंथ में बताए गए 7 पवित्र खाद्य पदार्थों के बारे में जानें, जिनका सेवन करके आप बिना स्नान किए भी पूजा कर सकते हैं। जानें इन खाद्य पदार्थों के बारे में और अपने धार्मिक अनुष्ठानों को और भी प्रभावी बनाएं।
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पूजा-पाठ के दौरान खाने योग्य चीजें: जानें क्या है नियम

पूजा-पाठ के लिए पवित्र चीजें


व्रतराज ग्रंथ में बताए गए पवित्र खाद्य पदार्थ
सनातन धर्म में पूजा और धार्मिक क्रियाकलापों का विशेष महत्व है। ये न केवल पुण्य का साधन हैं, बल्कि परिवार में सुख-शांति भी लाते हैं। पूजा-पाठ से पहले व्यक्ति का मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य महत्वपूर्ण होता है। स्नान, स्वच्छ वस्त्र और संयमित आहार से व्यक्ति पूजा के लिए तैयार होता है।


कभी-कभी, बीमारी या भूख के कारण व्यक्ति कुछ खा लेता है, जिससे यह सवाल उठता है कि क्या वह पूजा कर सकता है। इस प्रश्न का उत्तर धर्मशास्त्रों में ऋषि-मुनियों द्वारा दिया गया है। व्रतराज ग्रंथ में 7 चीजें बताई गई हैं, जिनका सेवन करने के बाद भी पूजा-पाठ किया जा सकता है।



  • जल: जल को जीवन का प्रतीक माना गया है। यदि प्यास लगे, तो व्यक्ति पूजा से पहले जल पी सकता है। जल पीने के बाद की पूजा भगवान स्वीकार करते हैं।

  • दूध: गाय का दूध पवित्र माना जाता है। व्यक्ति दूध का सेवन करके पूजा कर सकता है।

  • कंद-मूल: शकरकंद, आलू आदि कंद-मूल में आते हैं। ये सात्विक होते हैं और इनके सेवन के बाद पूजा की जा सकती है।

  • फल: फल स्वाभाविक रूप से पवित्र माने जाते हैं। इनके सेवन के बाद बिना स्नान किए भी पूजा की जा सकती है।

  • औषधि: बीमार व्यक्ति दवाएं लेकर पूजा कर सकता है। औषधियां धर्मसम्मत मानी जाती हैं।

  • पान: पान का पत्ता शुद्ध माना जाता है और इसका उपयोग पूजा में होता है। इसके सेवन के बाद भी पूजा की जा सकती है।

  • गन्ना: गन्ना प्राकृतिक और सात्विक भोजन है। इसके सेवन के बाद पूजा करने में कोई रोक नहीं है।