प्रेमानंद महाराज ने मुस्लिम युवक के किडनी दान प्रस्ताव पर दी प्रतिक्रिया

प्रेमानंद महाराज का स्वास्थ्य और आरिफ चिश्ती का प्रस्ताव
प्रेमानंद महाराज की प्रतिक्रिया: प्रेमानंद महाराज की दोनों किडनियां पिछले कुछ वर्षों से फेल हो चुकी हैं और वे डायलिसिस पर निर्भर हैं। मध्यप्रदेश के नर्मदापुरम से आरिफ चिश्ती द्वारा भेजी गई चिट्ठी ने महाराज को बहुत खुश किया। उनके प्रतिनिधि ने बताया कि महाराज ने कहा कि आरिफ ने जो सांप्रदायिक एकता को बढ़ावा देने का प्रयास किया है, वह सराहनीय है। आरिफ को फोन पर प्रेमानंद महाराज का संदेश भेजा गया है और उन्हें जल्द ही वृंदावन बुलाया जाएगा।
प्रेमानंद महाराज का जीवन और उनकी दिनचर्या
किडनियां फेल होने के बावजूद प्रेमानंद का जीवन
प्रेमानंद महाराज की दोनों किडनियां खराब हैं, लेकिन वे अपनी सकारात्मक सोच और साधारण जीवनशैली के कारण जीवित हैं। पूजा-पाठ और रात्रि की पत्रयात्रा उनकी दिनचर्या का हिस्सा हैं। उनके प्रवचन सुनने वाले लाखों लोग हैं, जो उन्हें गुरु मानते हैं। कई प्रमुख हस्तियां भी उनके प्रति सम्मान प्रकट करती हैं।
आरिफ खान चिश्ती की चिट्ठी का सार
आरिफ खान चिश्ती का संदेश
Meet Arif Khan Chishti from Itarsi.
— Mohd Shadab Khan (@VoxShadabKhan) August 23, 2025
Arif Khan Chishti, a courier shop owner, has written to Sant Premanand Maharaj, offering to donate his kidney after being inspired by the saint’s life & conduct.
In times of hate, one man chose Love over identity. 🙏 pic.twitter.com/BCM9aLsUf8
आरिफ खान चिश्ती ने 20 अगस्त को प्रेमानंद महाराज को एक पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने कहा कि वे उनके आचरण से बहुत प्रभावित हैं और उनकी सेहत को लेकर चिंतित हैं। उन्होंने स्वेच्छा से अपनी किडनी दान करने की इच्छा व्यक्त की। उन्होंने यह भी कहा कि इस नफरत भरे माहौल में संतों का होना बहुत जरूरी है।
लखनऊ से वृंदावन की यात्रा
साइकिल पर वृंदावन पहुंचे बच्चे की कहानी
लखनऊ का एक 7वीं कक्षा का छात्र प्रेमानंद महाराज से मिलने की इच्छा लेकर साइकिल पर 400 किलोमीटर की यात्रा करके वृंदावन पहुंचा। मां की डांट से दुखी होकर यह बच्चा 20 अगस्त को साइकिल से निकला था। पुलिस ने सीसीटीवी की मदद से उसे ढूंढ निकाला। छात्र ने बताया कि उसे प्रेमानंद महाराज के प्रवचन सुनना बहुत पसंद है, इसलिए वह उनसे मिलना चाहता था।