भगवान गणेश को प्रिय भोग: मोदक के अलावा और क्या अर्पित करें?

भगवान गणेश का महत्व
भगवान गणेश को सभी देवताओं में सबसे पहले पूजा जाता है। उन्हें विघ्नहर्ता और सुखकर्ता के रूप में भी जाना जाता है। उनकी पूजा से हर प्रकार का सुख प्राप्त होता है। भगवान शिव और माता पार्वती के प्रिय पुत्र गणेश को मोदक बहुत पसंद है, जो उन्हें तुरंत प्रसन्न करता है। लेकिन मोदक के अलावा भी कुछ अन्य भोग हैं, जो भगवान गणेश को बहुत प्रिय हैं। इन भोगों को अर्पित करने से जीवन की सभी समस्याएं समाप्त हो जाती हैं। आइए जानते हैं कि मोदक के अलावा कौन से भोग भगवान गणेश को अर्पित किए जा सकते हैं।
मोतीचूर के लड्डू
मोतीचूर के लड्डू भगवान गणेश को बेहद पसंद हैं। ये लड्डू देशी घी में बनाए जाने चाहिए। इनका भोग लगाने से घर में सुख और समृद्धि आती है, साथ ही धन और वैभव की प्राप्ति होती है।
गुड़ और चावल की खीर
गुड़, चावल और दूध से बनी खीर भगवान गणेश को बहुत प्रिय है। इसे अर्पित करने से घर में प्रेम और एकता बढ़ती है, और आर्थिक तंगी से मुक्ति मिलती है। यह खीर विशेष रूप से गणेश चतुर्थी पर अर्पित की जानी चाहिए।
दूर्वा घास
भगवान गणेश को दूर्वा घास अर्पित करना आवश्यक है। 21 दूर्वा के जोड़े चढ़ाने की परंपरा है। इस घास को अर्पित करने से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं समाप्त होती हैं और लंबी आयु प्राप्त होती है। मानसिक समस्याओं का भी समाधान होता है।
कैथा
कैथा का फल भगवान गणेश को अर्पित करना शुभ माना जाता है। इसे अर्पित करने से सभी प्रकार की बाधाएं समाप्त हो जाती हैं। इसे पवित्र और औषधीय फल माना जाता है।
जामुन
जामुन का फल भी भगवान गणेश को बहुत प्रिय है। इसे अर्पित करने से सभी इच्छाएं पूरी होती हैं और भगवान गणेश की विशेष कृपा प्राप्त होती है। इस फल के साथ एक मंत्र का जाप करना भी लाभकारी होता है।
मंत्र का जाप
गजननं भूतगणादि सेवितं
कपित्थ जम्बू फल चारु भक्षणम्।
उमा सुतं शोक विनाश कारकम्
नमामि विघ्नेश्वर पाद पंकजम्॥
इस मंत्र का जाप भोग लगाते समय अवश्य करना चाहिए, जिससे जीवन की सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं।