भोलेनाथ पर दिल को छू लेने वाली शायरी

भोलेनाथ शायरी: शिव की भक्ति में डूबे शब्द
भोलेनाथ पर शायरी: शिव की भक्ति में डूबे शब्द: जब भी भोलेनाथ की बात होती है, मन में हर हर महादेव का जयकारा गूंज उठता है। भगवान शिव, जिन्हें भोलेनाथ, महाकाल, या शंकर के नाम से जाना जाता है, हर भक्त के दिल में बसते हैं। उनकी महिमा को शब्दों में व्यक्त करना सरल नहीं है, लेकिन भोलेनाथ की शायरी भक्तों की भावनाओं को व्यक्त करने का एक अद्भुत माध्यम है। चाहे सावन का मौसम हो या शिवरात्रि की रात, ये शायरी हर पल को भक्ति से भर देती है। आइए, आज हम भोलेनाथ की भक्ति में डूबकर कुछ ऐसी शायरी सुनते हैं जो दिल को छू जाए।
भोलेनाथ पर शायरी
मौत का भय उन्हें होता है, जिनके कर्मों में दाग हैं,
हम तो महाकाल के भक्त हैं, हमारे खून में भी आग है।
आंधियों में भी दीप जलाए रखते हैं,
महाकाल के भक्त हैं, हमेशा मुस्कुराए रखते हैं।
हम महाकाल के दीवाने हैं, रगों में हमारा खून नहीं,
अग्नि बहती है, तभी दुनिया हमसे जलती है।
ना दौलत पर, ना शोहरत पर, ना सत्ता पर विश्वास करते हैं,
हम महाकाल के भक्त हैं, बस उन्हीं से प्यार करते हैं।
किसी की बाहों में सुकून नहीं मिलता,
मुझे तो महाकाल की छांव में ही चैन मिलता।
तेरी मोहब्बत की मिसाल क्या दूँ,
जिसे चाहूँ उसे भी महाकाल से जोड़ दूँ।
ना चाँद चाहिए, ना फलक चाहिए,
मुझे तो बस तेरी भक्ति और तेरा साथ चाहिए।
हाथ का लिखा ज्योतिष पढ़ें, वैद्य पढ़ें तन का लेख,
चेहरे का लिखा मां पढ़ें, मन का पढ़ें महादेव।
तेरी भक्ति का रंग ऐसा चढ़ा महाकाल,
हर जन्म तेरा ही भक्त रहूँ, बस यही है ख्याल।
दुनिया वालों की किस्मत का फैसला तो वक्त करता है,
हमारी किस्मत का फैसला महाकाल करता है।
शिव की भक्ति का अनमोल तोहफा
भोलेनाथ की शायरी केवल कविता नहीं, यह दिल से निकली पुकार है। हर पंक्ति में शिव का रौद्र रूप, उनकी शांति, और उनका प्रेम झलकता है। “जटा में गंगा, गले में सर्प, भोलेनाथ का हर रूप अनघट” – ऐसी शायरी पढ़ते ही मन में शांति छा जाती है। ये शब्द भक्तों के लिए मंत्र जैसे हैं, जो ज़िंदगी की भागदौड़ से निकालकर शिव के चरणों में ले जाते हैं।
कई बार हम अपने मन की बात कह नहीं पाते। लेकिन एक सही शायरी वो गूँगी भावना को आवाज़ दे देती है। “भोलेनाथ की कृपा से हर मुश्किल आसान, शिवभक्त का जीवन कभी न हो परेशान” – ऐसी पंक्तियाँ न केवल भक्ति जगाती हैं, बल्कि ये भरोसा भी दिलाती हैं कि भोलेनाथ हर पल साथ हैं। चाहे आप मंदिर में शिवलिंग के सामने हों या घर पर ध्यान में डूबे हों, ये शायरी आपके मन को सुकून देगी।
भोलेनाथ की शायरी हर मौके पर रंग जमाती है। सावन का महीना हो, जब हर तरफ़ शिवभक्ति की लहर होती है, या शिवरात्रि की रात, जब भक्त जागरण में डूबे होते हैं, ये शायरी हर पल को खास बनाती है। “सावन की बूंदों में बस्ते हैं भोलेनाथ, हर जल की धारा में उनका है आलम” – ऐसी पंक्तियाँ पूजा के माहौल को और गहरा करती हैं।
सोशल मीडिया पर भी भोलेनाथ की शायरी की धूम है। लोग व्हाट्सएप स्टेटस, इंस्टाग्राम रील्स, या फेसबुक पोस्ट पर “हर हर महादेव, भोलेनाथ का आशीर्वाद” जैसे कोट्स शेयर करते हैं। ये शायरी न केवल भक्तों के बीच लोकप्रिय है, बल्कि दूसरों को भी शिवभक्ति की राह पर ले जाती है। खासकर युवा, जो अपने स्टेटस से भक्ति और जोश दिखाना चाहते हैं, उनके लिए ये शायरी किसी खजाने से कम नहीं।
महाकाल पर शायरी 2 पंक्तियों में
ना जाने कौन सा नशा है तेरे नाम का महाकाल,
जहाँ देखूँ, बस तू ही तू नज़र आए हर हाल।
काल भी थरथराए, जब नाम महाकाल का आए,
हम तो उनके दीवाने हैं, जो मर के भी साथ निभाए।
किसका कितना वजूद है, ये महाकाल तय करता है,
हमारा तो नाम भी उसकी महिमा से चलता है।
तूफानों से लड़ना मेरी पहचान है,
महाकाल का भक्त हूँ, मेरी रगों में तूफान है।
अकाल मृत्यु वो मरे, जो काम करे चांडाल का,
काल भी उसका क्या बिगाड़े, जो भक्त हो महाकाल का।
भोलेनाथ शायरी
भोलेनाथ शायरी की खासियत ये है कि ये हर उम्र और हर मिजाज़ के लोगों को पसंद आती है। चाहे युवा हों, जो सोशल मीडिया पर अपनी भावनाएँ बयां करना चाहते हों, या बुजुर्ग, जो पूजा-पाठ में डूबे रहते हों, ये शायरी सबके दिल को छूती है। “त्रिशूलधारी, भस्म रमैया, भोलेनाथ हैं मेरे मन के सजैया” – ऐसी पंक्तियाँ हर भक्त के लिए अनमोल हैं।
तो इस सावन, शिवरात्रि, या किसी भी दिन, भोलेनाथ शायरी के साथ अपनी भक्ति को और गहरा करें। ये शब्द न केवल आपके मन को शांति देंगे, बल्कि आपको भोलेनाथ की असीम कृपा से भी जोड़ेंगे।
महाकाल पर शायरी 1 पंक्ति में
हम महाकाल के भक्त हैं, जो हार भी जाए तो भी जीतते हैं।
तेरी किस्मत में दर्द लिखा है, मेरी किस्मत में महाकाल का साथ लिखा है।
जो सुकून नहीं पूरे संसार में, वह सुकून है मेरे महाकाल के दरबार में।
अंदाज हमारे कुछ निराले हैं, क्योंकि हम महाकाल वाले हैं।
जब तेरे कर्मों में सुधार होगा, तब महाकाल को तुझसे प्यार होगा।
क्या करूँ मैं अमीर बनकर, मेरा महाकाल तो फकीर के दिल का दीवाना है!
लोगों से मैं छुपा लेता हूँ अपनी तकलीफें, पर महाकाल ही है जिसे बिना कहे सब कुछ बता देता हूँ!
हंसते हुए पी लूँ भांग का प्याला, क्या फर्क पड़ता है जब मेरे साथ त्रिशूल वाला!
दुनिया के रंग बदलते रहते हैं, पर महाकाल का संग हर पल दिल में सजा रहता है!
वो जो चाहेगा, वही होगा; वो चाहे तो पर्वत भी चलेगा!
चिंता अब किसकी, जब महाकाल की छांव है साथ।
पैसों का क्या है, महाकाल का दिया तो कभी खत्म नहीं होता।
भांग का प्याला तो सब पीते हैं, मुझे तो महाकाल का नाम ही सच्चा नशा बन गया है!
हर जगह महाकाल की महिमा बिखरी हुई है, जो दिल से उसे ढूंढ़ता है, वो उसे हर सांस में महसूस करता है!
जो महाकाल के प्रेम में खो जाता है, उसकी दुनिया बदल जाती है।
बिना महाकाल की पूजा के जीवन अधूरा सा लगता है, जब वो दिल में बसे, तो हर दिन दिवाली जैसा लगता है!
हमारा काम महाकाल पर विश्वास है, बाकी सब कुछ बेकार है।