मंगल और केतु की युति: प्रेम और विवाह में तनाव के संकेत

मंगल केतु युति: ज्योतिषीय महत्व
Mangal Ketu Yuti : ज्योतिष में ग्रहों की स्थिति का विशेष महत्व होता है। 5 से 28 जुलाई 2025 के बीच सिंह राशि में मंगल और केतु की युति होने जा रही है, जिसे कुजकेतु योग भी कहा जाता है। इस स्थिति के कारण कुछ राशियों को वैवाहिक और प्रेम संबंधों में तनाव, गलतफहमियां, और यहां तक कि ब्रेकअप या तलाक जैसी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
रिश्तों में बढ़ सकती हैं मुश्किलें
मंगल को ऊर्जा, क्रोध और संघर्ष का प्रतीक माना जाता है, जबकि केतु आध्यात्मिकता और अचानक बदलाव का प्रतिनिधित्व करता है। इन दोनों का संयोजन एक विस्फोटक परिणाम उत्पन्न कर सकता है। विशेष रूप से मेष, सिंह, और कन्या राशि के जातकों को सावधानी बरतनी चाहिए। मेष राशि के लोग जल्दबाजी और गुस्से से बचें, क्योंकि छोटी-छोटी बातें बड़े विवाद का रूप ले सकती हैं। सिंह राशि वालों को अपने अहंकार और जिद को नियंत्रित करना होगा, अन्यथा टकराव और अलगाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। कन्या राशि के जातकों को सोच-समझकर संवाद करना चाहिए, क्योंकि छोटी गलतफहमियां रिश्ते में दरार ला सकती हैं।
जल्द करें ये उपाय
उपाय:
हनुमान चालीसा का पाठ: मंगल के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करें।
हनुमान मंदिर में लाल चंदन चढ़ाएं: मंगलवार को हनुमान मंदिर में लाल चंदन या लाल फूल चढ़ाएं। इसके साथ सोने या तांबे की अंगूठी पहनने से मंगल की ऊर्जा संतुलित होती है।
गणेश जी की पूजा: केतु के प्रभाव को शांत करने के लिए बुधवार को गणेश जी की पूजा करें और "ॐ गं गणपतये नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें।
दान-पुण्य: मंगलवार को गुड़ और मसूर दाल का दान करें। काले तिल या कंबल का दान करना केतु के लिए शुभ माना जाता है।
रत्न और रंग: लाल और नारंगी रंग के कपड़े पहनें। काले रंग का कपड़ा पहनने से बचें।