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मंगल का सिंह राशि में गोचर: 2025 में इन राशियों के लिए शुभ अवसर

7 जून 2025 को मंगल का सिंह राशि में गोचर एक महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना है, जो कई राशियों के लिए नए अवसर और लाभ लाएगा। इस गोचर का प्रभाव मेष, सिंह, धनु, वृश्चिक और मीन राशियों पर विशेष रूप से पड़ेगा। जानें कि कैसे ये राशियाँ इस समय का अधिकतम लाभ उठा सकती हैं और किन उपायों से अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकती हैं।
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मंगल का सिंह राशि में गोचर: 2025 में इन राशियों के लिए शुभ अवसर

मंगल गोचर 2025

Mangal Gochar 2025: 7 जून 2025, शनिवार को सुबह 2:28 बजे, मंगल ग्रह ने सिंह राशि में गोचर किया है। ज्योतिष में मंगल को साहस और क्रियाशीलता का प्रतीक माना जाता है, जबकि सिंह राशि सूर्य द्वारा शासित है, जो नेतृत्व और आत्मविश्वास का प्रतीक है। मंगल का सिंह में गोचर एक महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना है, जो कई राशियों के लिए करियर, व्यवसाय, संबंध और व्यक्तिगत विकास में नए अवसर ला सकता है। कुछ राशियों को इस गोचर से विशेष लाभ मिलने की संभावना है।


मंगल और सिंह का संयोजन

मंगल एक अग्नि तत्व का ग्रह है और सिंह राशि भी अग्नि तत्व की है। इस संयोजन से मंगल की ऊर्जा और सिंह का आकर्षण मिलकर एक शक्तिशाली प्रभाव उत्पन्न करते हैं। यह गोचर उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है जो अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने, नेतृत्व की भूमिकाओं में आने या नई शुरुआत करने की योजना बना रहे हैं। मंगल का सिंह में गोचर आत्मविश्वास, निर्णय लेने की क्षमता, और रचनात्मक परियोजनाओं को प्रोत्साहित करता है। हालांकि, इस ऊर्जा का सही दिशा में उपयोग करना आवश्यक है, अन्यथा जल्दबाजी या गुस्सा समस्याएं उत्पन्न कर सकता है।


विशेष राशियाँ

7 जून 2025 को मंगल का गोचर कुछ राशियों के लिए विशेष रूप से लाभकारी रहेगा, क्योंकि यह उनके महत्वपूर्ण भावों को सक्रिय करेगा। आइए जानते हैं कि किन राशियों को सबसे अधिक लाभ होगा और इसे और शुभ बनाने के लिए क्या उपाय करें।


मेष राशि

मेष राशि के स्वामी मंगल हैं, और सिंह में गोचर उनके पांचवें भाव को प्रभावित करेगा, जो रचनात्मकता, रोमांस और संतान का घर है। इस कारण मेष राशि वालों के लिए यह समय नए रचनात्मक विचारों, रोमांटिक जीवन में नई ऊर्जा, और करियर में नए अवसरों का संकेत है। छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिल सकती है, और व्यवसाय में जोखिम लेने का यह एक अच्छा समय है। इसके लिए अपने लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करें, नई कौशल सीखें, और संबंधों में खुला संवाद बनाए रखें।


उपाय: मंगल के बीज मंत्र ‘ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः’ का प्रतिदिन 21 बार जाप करें। हनुमान चालीसा का रोज पाठ करें।


सिंह राशि

मंगल का गोचर सिंह राशि वालों के पहले भाव में हो रहा है। यह भाव स्वयं, व्यक्तित्व और स्वास्थ्य से संबंधित है। इस कारण यह गोचर सिंह वालों को आत्मविश्वास, नेतृत्व और व्यक्तिगत आकर्षण प्रदान करेगा। यह समय करियर में पदोन्नति, व्यवसाय में वृद्धि और व्यक्तिगत ब्रांडिंग के लिए सर्वोत्तम है। लोग आपके विचारों से प्रभावित होंगे, और संबंधों में मजबूत बंधन बन सकता है। इसका पूरा लाभ उठाने के लिए खुद को नेतृत्व की भूमिका में लाएं। नए प्रोजेक्ट्स शुरू करें और फिटनेस रूटीन का पालन करें।


उपाय: सूर्य के बीज मंत्र ‘ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः’ का प्रतिदिन 21 बार जाप करें। किसी धार्मिक स्थान पर लाल कपड़ा दान करें।


धनु राशि

धनु राशि वालों के लिए मंगल का गोचर नौवें भाव में होगा, जो भाग्य, उच्च शिक्षा और यात्रा का घर है। यह गोचर भाग्य, करियर में नई संभावनाएं और विदेशी संबंध लाएगा। छात्रों को विदेशी विश्वविद्यालय में प्रवेश या छात्रवृत्ति मिल सकती है। व्यवसाय में विदेशी सौदों को अंतिम रूप दिया जा सकता है। इस समय का लाभ उठाने के लिए यात्रा की योजनाएं बनाएं, उच्च शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करें और नेटवर्किंग से लाभ उठाएं।


उपाय: बृहस्पति के बीज मंत्र ‘ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरवे नमः’ का 21 बार जाप करें। माता-पिता या गुरु का आशीर्वाद लें।


वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल हैं और सिंह में गोचर उनके दसवें भाव को प्रभावित करेगा। यह गोचर करियर में पदोन्नति, व्यवसाय में विस्तार और पेशेवर सफलता के लिए उत्कृष्ट है। इस दौरान आपकी मेहनत को मान्यता मिलेगी और ऑफिस में आपका प्रभाव मजबूत होगा। इस समय आप पेशेवर लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करें, नई जिम्मेदारियां लें और टीमवर्क से काम करें।


उपाय: मंगल के बीज मंत्र ‘ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः’ का 21 बार जाप करें। बंदरों को गुड़-चना या केला खिलाएं।


मीन राशि

मीन राशि के लिए मंगल का गोचर उनके छठे भाव में होगा। यह भाव प्रतिस्पर्धा, स्वास्थ्य और शत्रु का होता है। इससे आपको कार्यस्थल पर प्रतिस्पर्धा में जीत, स्वास्थ्य में सुधार और वित्तीय स्थिरता मिलेगी। कोर्ट-कचहरी या कानूनी मामलों में लाभ हो सकता है। यह समय फिटनेस और अनुशासन के लिए भी अच्छा है। इस दौरान स्वास्थ्य रूटीन का पालन करें, कार्यस्थल पर मेहनत करें, और कानूनी मामलों में स्मार्ट निर्णय लें।


उपाय: बृहस्पति के बीज मंत्र ‘ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरवे नमः’ का 21 बार जाप करें। हनुमान चालीसा का पाठ करें।