मंगल दोष: लक्षण, कारण और शांति के उपाय

मंगल दोष क्या है?
किसी कुंडली में मंगल ग्रह का कमजोर होना या किसी भी प्रकार से प्रभावित होना 'मंगल दोष' कहलाता है। मांगलिक दोष, जो कि मंगल दोष का एक विशेष प्रकार है, कुंडली में मंगल की स्थिति पर निर्भर करता है। यदि मंगल ग्रह कुंडली के 6वें, 8वें या 12वें भाव में होता है, तो इसे कमजोर माना जाता है। विशेष रूप से, यदि यह कर्क राशि में हो, तो इसे सबसे कमजोर स्थिति माना जाता है। इसके अलावा, जब मंगल पर अशुभ ग्रहों जैसे शनि, राहु या केतु की दृष्टि होती है, तो यह दूषित हो जाता है और अशुभ फल देने लगता है।
मांगलिक दोष क्या है?
जब किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल ग्रह लग्न, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें घर में होता है, तो इसे 'मांगलिक दोष' कहा जाता है। इस दोष के कारण विवाह में देरी, वैवाहिक जीवन में तनाव और झगड़े जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। ऐसे व्यक्ति को मांगलिक कहा जाता है।
मंगल दोष के प्रमुख लक्षण
ज्योतिषाचार्य हर्षवर्धन शांडिल्य के अनुसार, मंगल दोष के लक्षणों को जीवन में घटित घटनाओं से पहचाना जा सकता है। जब मंगल कमजोर होता है, तो व्यक्ति को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
- विवाह में देरी: यदि मंगल कमजोर है, तो विवाह में देरी हो सकती है।
- संतान उत्पत्ति में समस्या: मंगल दोष के कारण संतान उत्पत्ति में कठिनाई हो सकती है।
- कोर्ट-कचहरी के मामले: व्यक्ति को कानूनी मामलों में फंसने का खतरा बढ़ता है।
- गुस्सा और चिड़चिड़ापन: मंगल के पीड़ित होने से व्यक्ति चिड़चिड़ा हो सकता है।
- रक्तचाप और त्वचा की समस्या: मंगल दोष से रक्तचाप और त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
- शत्रु हावी होना: पीड़ित मंगल के कारण शत्रु हावी हो सकते हैं।
- दुर्घटनाएं: व्यक्ति को दुर्घटनाओं का शिकार होने का खतरा बढ़ सकता है।
- मांस और मदिरा का सेवन: मंगल के दूषित होने से व्यक्ति मांसाहारी हो सकता है।
- खून से संबंधित बीमारियां: मंगल कमजोर होने पर खून से संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ता है।
मंगल दोष शांति के उपाय
- मंगलवार को हनुमान जी की पूजा करें और सुंदरकांड का पाठ करें।
- मंगलवार को लाल वस्त्र, मिठाई या दाल का दान करें।
- बड़ों का सम्मान करें और गुस्से पर नियंत्रण रखें।
- लाल रंग के कपड़े पहनें।
- नियमित रूप से सौंफ का सेवन करें।
- अनुभवी ज्योतिषी की सलाह पर मूंगा पहनें।