मोक्षदा एकादशी: राशि अनुसार दान से पाएं कर्ज से मुक्ति
मोक्षदा एकादशी का महत्व
एकादशी का विशेष महत्व
मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोक्षदा एकादशी कहा जाता है। यह दिन भक्तों के लिए मोक्ष प्राप्ति का अवसर माना जाता है। इसी दिन भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था, इसलिए इसे गीता जयंती के रूप में भी मनाया जाता है।
मोक्षदा एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा और व्रत करने से व्यक्ति को जन्मों के पापों से मुक्ति मिलती है और पितरों को भी मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस वर्ष मोक्षदा एकादशी 1 दिसंबर 2025, सोमवार को मनाई जाएगी।
राशि अनुसार दान
- मेष राशि: तांबे के पात्र, गुड़, मसूर दाल या लाल वस्त्र का दान करें। इससे धन लाभ होता है।
- वृषभ राशि: सफेद वस्त्र, मिठाई, चावल, दही और चांदी का दान करें। इससे आर्थिक स्थिरता मिलती है।
- मिथुन राशि: हरी मूंग, हरा वस्त्र, तुलसी का पौधा या पुस्तकें दान करें। इससे मानसिक शांति मिलती है।
- कर्क राशि: शंख, चांदी, चावल, दूध और सफेद वस्त्र का दान करें। इससे घर में शांति आती है।
- सिंह राशि: तांबे का बर्तन, गुड़, गेहूं, लाल फल या पीली दाल का दान करें। इससे कर्ज से राहत मिलती है।
- कन्या राशि: हरी सब्जियां, हरी दाल, पुस्तकें, कलम या अनाज का दान करें। इससे व्यापार में लाभ होता है।
- तुला राशि: इत्र, सुगंधित वस्तुएं, वस्त्र, भोजन या शहद का दान करें। इससे रिश्तों में मिठास आती है।
- वृश्चिक राशि: लाल वस्त्र, लाल फल, मसूर दाल या तांबा दान करें। यह दान आर्थिक बाधाओं को दूर करता है।
- धनु राशि: पीला वस्त्र, हल्दी, चना दाल, पीले फल, प्रसाद आदि का दान करें। इससे भाग्य में वृद्धि होती है।
- मकर राशि: काला तिल, तेल, कम्बल, काला वस्त्र या किसी गरीब को भोजन कराएं। इससे शनि दोष शांत होता है।
- कुंभ राशि: नीले या काले वस्त्र, तिल, दही-चावल या जरूरतमंद को दवा दान करें। यह दान मानसिक तनाव को कम करता है।
- मीन राशि: पीला फल, मिठाई, हल्दी, चना दाल या केसर का दान करें। इससे धन की रुकावटें दूर होती हैं。
मोक्षदा एकादशी पर पूजा विधि
सुबह स्नान कर व्रत का संकल्प लें। भगवान विष्णु की पूजा पीले फूल, तुलसी, दीपक और धूप से करें। विष्णु सहस्त्रनाम, गीता और विष्णु मंत्र का पाठ करें। शाम को भगवान विष्णु को तुलसी दल अर्पित करें। जरूरतमंदों को भोजन, वस्त्र और अन्न का दान करें। अगले दिन व्रत का पारण करें।
