योगिनी एकादशी 2025: विशेष तिथियों का महत्व और राशियों पर प्रभाव

योगिनी एकादशी का महत्व
योगिनी एकादशी जून 2025: आषाढ़ मास की योगिनी एकादशी इस वर्ष विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। पंचांग के अनुसार, यह पावन तिथि 21 जून 2025 को सुबह 07:18 बजे शुरू होकर 22 जून को सुबह 04:27 बजे तक रहेगी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विधिपूर्वक पूजा करने से विशेष पुण्य फल की प्राप्ति होती है। इस बार योगिनी एकादशी पर पांच शुभ योगों का संयोग बन रहा है, जिसमें सर्वार्थसिद्धि योग, त्रिपुष्कर योग, धृति योग, शिववास योग और कैलव करण योग शामिल हैं। ज्योतिषियों का मानना है कि इन योगों का प्रभाव कुछ राशियों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा।
लाभ पाने वाली राशियाँ
इन 5 राशियों को मिलेगा लाभ
मेष राशि के जातकों को करियर में उन्नति और आर्थिक मजबूती मिलेगी। सिंह राशि वालों को धन लाभ के साथ-साथ जीवन में खुशी का अनुभव होगा। धनु राशि के लोगों को कार्यों में सफलता, मान-सम्मान और छात्रों को विशेष लाभ प्राप्त होगा। मकर राशि के व्यापारियों के लिए तरक्की के संकेत हैं और नौकरीपेशा लोगों को सहकर्मियों का सहयोग मिलेगा। कुंभ राशि के लिए यह समय अच्छा है, जहां अटके हुए पैसे वापस मिल सकते हैं और आय में वृद्धि के योग हैं।
योगिनी एकादशी का व्रत
योगिनी एकादशी के व्रत से होगा फायदा
मान्यता है कि योगिनी एकादशी का व्रत रखने से 88 हजार ब्राह्मणों को भोजन कराने जितना पुण्य प्राप्त होता है। यह व्रत दरिद्रता और पापों से मुक्ति दिलाने वाला माना जाता है और भक्तों की सभी इच्छाएँ पूर्ण होती हैं। इस दिन दान-पुण्य और धार्मिक उपाय करने से जीवन में सुख-समृद्धि का वास होता है।