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वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी: पूजा का महत्व और शुभ मुहूर्त

वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी का पर्व भगवान गणेश की पूजा का विशेष अवसर है, जो सुख और समृद्धि लाने में सहायक माना जाता है। इस दिन का महत्व और पूजा का शुभ मुहूर्त जानें। कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 10 अक्टूबर को मनाई जाएगी। इस दिन चंद्र दर्शन का विशेष महत्व है। जानें इस पर्व से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारियाँ और पंचांग विवरण।
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वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी: पूजा का महत्व और शुभ मुहूर्त

पूजा का महत्व और शुभ मुहूर्त


वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी का महत्व
भगवान गणेश को सनातन धर्म में सबसे पहले पूजा जाने वाला देवता माना जाता है। उनकी पूजा से न केवल सुख और समृद्धि में वृद्धि होती है, बल्कि आर्थिक समस्याओं से भी मुक्ति मिलती है। इसके अलावा, गणेश की पूजा से कुंडली में बुध ग्रह की स्थिति भी मजबूत होती है। ज्योतिषी गणेश की पूजा करने की सलाह देते हैं। इस महीने भगवान विष्णु भी क्षीर सागर में योगनिद्रा से जागृत होते हैं, जिसके उपलक्ष्य में देवउठनी एकादशी मनाई जाती है। इसके बाद तुलसी विवाह का आयोजन होता है।


कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर करवा चौथ का व्रत भी रखा जाता है, जिसमें विवाहित महिलाएं अपने पतियों की लंबी उम्र के लिए उपवास करती हैं। इस दिन वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी भी मनाई जाती है। आइए, इस दिन की सही तिथि और शुभ मुहूर्त के बारे में जानते हैं।


वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी का शुभ मुहूर्त

वैदिक पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 09 अक्टूबर को रात 10:54 बजे प्रारंभ होगी और 10 अक्टूबर को शाम 07:38 बजे समाप्त होगी। सनातन धर्म में उदया तिथि का महत्व होता है, जिसका अर्थ है कि तिथि की गणना सूर्योदय के बाद की जाती है।


संकष्टी चतुर्थी पर चंद्र दर्शन का विशेष महत्व है, जिसके लिए चतुर्थी तिथि का ध्यानपूर्वक अवलोकन किया जाता है। इस वर्ष, कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी का व्रत 10 अक्टूबर, शुक्रवार को रखा जाएगा। इस दिन चंद्र दर्शन का शुभ समय शाम 08:13 बजे है।


पंचांग विवरण


  • सूर्योदय: सुबह 06:19 बजे

  • सूर्यास्त: शाम 05:57 बजे

  • चन्द्रोदय: सुबह 08:58 बजे

  • चन्द्रास्त: रात 08:13 बजे

  • चन्द्रोदय: रात 09:48 बजे

  • ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 04:40 से 05:30 बजे तक

  • विजय मुहूर्त: दोपहर 02:04 से 02:51 बजे तक

  • गोधूलि मुहूर्त: शाम 05:57 से 06:22 बजे तक

  • निशिता मुहूर्त: रात 11:43 से 12:33 बजे तक