वरुण ग्रह की वक्री चाल: जानें इसका राशियों पर प्रभाव

वरुण ग्रह की वक्री चाल का महत्व
Varun Grah Vakri Chal 2025: ज्योतिष शास्त्र में नौ ग्रहों का उल्लेख किया गया है, जिसमें वरुण ग्रह, जिसे नेपच्यून भी कहा जाता है, का उल्लेख नहीं है। हालांकि, पश्चिमी ज्योतिष में वरुण ग्रह को एक महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। यह ग्रह कल्पना, भ्रम और रहस्य से जुड़ा हुआ है, जिससे व्यक्ति के मन में नए विचारों का संचार होता है। वरुण ग्रह के प्रभाव में रहने वाले व्यक्तियों को जीवन में कुछ बड़ा करने की प्रेरणा मिलती है, जिसमें नेपच्यून की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
वरुण ग्रह का अशुभ प्रभाव
यदि किसी व्यक्ति पर नेपच्यून का नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, तो वह गलत संगत में फंस सकता है और हानिकारक चीजों की लत में पड़ सकता है। इसके अलावा, ऐसे व्यक्ति मानसिक तनाव का अनुभव कर सकते हैं।
वरुण वक्री चाल की तिथि
आषाढ़ माह की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि, यानी 05 जुलाई को वरुण ग्रह ने वक्री चाल शुरू की है, जो 159 दिनों तक जारी रहेगी। यह प्रक्रिया शनिवार को सुबह 02:58 बजे शुरू हुई। वरुण 10 दिसंबर 2025 को वक्री से मार्गी होकर सीधी चाल में आ जाएगा।
वरुण की वक्री चाल का राशियों पर प्रभाव
कर्क राशि
वरुण की वक्री चाल का कर्क राशि वालों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। जिन लोगों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है, उन्हें अचानक धन की प्राप्ति हो सकती है। नौकरीपेशा जातकों के लंबे समय से रुके काम पूरे होने की संभावना है। इसके अलावा, प्यार का आगमन और माता-पिता की सेहत में सुधार भी होगा।
वृश्चिक राशि
परिवार में बिगड़े रिश्तों में सुधार होगा, जिससे घर का माहौल बेहतर होगा। करियर को लेकर चिंतित लोग मार्गदर्शन प्राप्त करेंगे, और किसी उच्च अधिकारी की मदद से कई समस्याएं हल होंगी। अचानक धन की प्राप्ति से कर्ज चुकाने में मदद मिलेगी। सिंगल लोगों के जीवन में एक खास व्यक्ति का आगमन होगा।
मीन राशि
वरुण ग्रह मीन राशि का स्वामी है, इसलिए यह परिवर्तन उनके लिए शुभ रहेगा। युवाओं की खेल-कूद में रुचि बढ़ेगी, जिससे उनकी सेहत में सुधार होगा। विवाहित जातक अपने जीवनसाथी की भावनाओं को बेहतर समझ पाएंगे, जिससे रिश्ते में प्यार बढ़ेगा।