उपहार देने की परंपरा और वास्तु के नियम
जन्मदिन, शादी की सालगिरह या किसी विशेष अवसर पर उपहार देना हमारी संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। हम अक्सर अपने प्रियजनों को खुश करने के लिए उपहार देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ वस्तुएं ऐसी होती हैं जिन्हें उपहार में देना वास्तु शास्त्र के अनुसार अशुभ माना जाता है? यदि आप किसी को उपहार देने की योजना बना रहे हैं, तो इन वास्तु नियमों को जानना आवश्यक है ताकि आपकी मंशा शुभ बनी रहे और आपके रिश्ते भी मधुर रहें।
पर्स, रूमाल और घड़ी — उपहार में न दें
अधिकतर लोग उपहार के लिए पर्स, रूमाल या घड़ी जैसी चीजें चुनते हैं। लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार, ये वस्तुएं उपहार के लिए शुभ नहीं मानी जाती हैं। कहा जाता है कि इनका उपहार देने से जीवन में परेशानियां आ सकती हैं और रिश्तों में दूरियां बढ़ सकती हैं।
धार्मिक तस्वीरें या मूर्तियां न दें
धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए लोग देवी-देवताओं की तस्वीरें या मूर्तियां उपहार में देते हैं, लेकिन वास्तु शास्त्र में इसे उचित नहीं माना गया है। इसे अशुभ माना जाता है क्योंकि यह सम्मान के बजाय अपमान जैसा प्रतीत हो सकता है।
काले रंग के कपड़े — बचें!
कपड़े उपहार देने की परंपरा भी प्रचलित है, लेकिन वास्तु शास्त्र में काले रंग के कपड़े देना टालना चाहिए। काला रंग नकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है और इसे उपहार में देने से शुभता कम होती है।
जूते-चप्पल — कभी न दें
जूते-चप्पल को उपहार में देना भी अशुभ माना जाता है। यह आपके रिश्तों में दरार ला सकता है या परेशानियों का कारण बन सकता है। इसलिए, किसी भी अवसर पर जूते-चप्पल उपहार देने से बचें।
परफ्यूम — नकारात्मक संकेत
आम तौर पर लड़कों को परफ्यूम देना एक लोकप्रिय उपहार विकल्प है, लेकिन वास्तु के अनुसार यह भी उपहार के लिए शुभ नहीं है। इसे देना दुर्भाग्य और अशुभता का संकेत माना जाता है।